क्या अफगानिस्तान के लिए केंद्र का दिल खुला है, लेकिन पंजाब के लिए बंद है?

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब में बाढ़ से गंभीर स्थिति
- केंद्र की सहायता की आवश्यकता
- राजनीति के बजाय सेवा का समय
- भगवंत मान सरकार सक्रिय रूप से मदद कर रही है
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री का प्रावधान
चंडीगढ़, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में आई भयंकर बाढ़ के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी के नेता डॉ. एस एस आहलूवालिया ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब का धन जारी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की हालिया यात्रा पर भी कटाक्ष किया, यह कहते हुए कि वे राहत पैकेज देने के बजाय राजनीति करने आए हैं। यह सेवा का समय है, न कि राजनीति का।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के लिए केंद्र का दिल खुला है, लेकिन पंजाब के लिए यह बंद है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री यहां सिर्फ राजनीति के लिए आए हैं। मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि इस समय हमें बाढ़ से प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचानी है। इसलिए, पंजाब को केंद्र से राहत पैकेज की सख्त आवश्यकता है।
डॉ. आहलूवालिया ने कहा कि केंद्र को पंजाब का रुका हुआ धन पहले जारी करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शिवराज सिंह चौहान बाढ़ के लिए खनन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मैं पूछता हूं कि हरियाणा में बाढ़ का संकट क्या खनन के कारण है? वहां तो भाजपा की सरकार है, इस पर उनका क्या कहना है?
आप नेता ने बताया कि पंजाब की भगवंत मान सरकार लोगों की सहायता के लिए तत्पर है। हमारे सांसद, विधायक, मंत्री, पार्षद सभी ग्राउंड पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ से फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों के बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए राहत सामग्री के तीन ट्रक रवाना किए गए हैं। इन ट्रकों में 2 नावें, राशन किट, तिरपाल, दवाइयां और अन्य सामग्री भेजी गई हैं।
आप नेता ने कहा कि शुक्रवार को फिरोजपुर जिले के बाढ़ प्रभावित गांव गट्टी राजो का दौरा किया गया ताकि गांववासियों को मुश्किलों से उबारा जा सके और जरूरतमंदों को सहायता पहुंचाई जा सके। यह समय स्थिर रहने का नहीं है, बल्कि एक-दूसरे का साथ देने और मजबूत होने का है। ईश्वर की कृपा से और एक-दूसरे पर विश्वास और सहयोग से पंजाब इस बड़ी समस्या से अवश्य उबरेगा।