क्या एयर इंडिया और ताइवान की एयरलाइन स्टारलक्स ने इंटरलाइन पार्टनरशिप का ऐलान किया है?

सारांश
Key Takeaways
- एयर इंडिया और स्टारलक्स के बीच नई इंटरलाइन पार्टनरशिप की शुरुआत।
- एक ही टिकट पर दोनों एयरलाइनों की सेवाओं का लाभ।
- दक्षिण-पूर्व एशिया में नई यात्रा विकल्पों की उपलब्धता।
- सीधी फ्लाइट्स के जरिए प्रमुख शहरों तक पहुँचने की सुविधा।
- सामान के ट्रांसफर में आसानी।
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख एयरलाइन एयर इंडिया ने ताइवान की स्टारलक्स एयरलाइंस के साथ एक नई इंटरलाइन पार्टनरशिप की घोषणा की है। यह साझेदारी एशिया में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक नई एयरलाइन का विकल्प पेश करेगी।
इस समझौते के तहत, एयर इंडिया और स्टारलक्स की उड़ानों का लाभ उठाने के लिए एक ही टिकट बुक करनी होगी। एक ही एयरलाइन के टिकट के माध्यम से, यात्री दोनों एयरलाइनों की सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे।
एयर इंडिया के यात्री हांगकांग, बैंकॉक, सिंगापुर, हो ची मिन्ह सिटी और कुआलालंपुर जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई शहरों से ताइपे पहुँच सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, स्टारलक्स के ग्राहक हांगकांग, बैंकॉक, सिंगापुर, हो ची मिन्ह सिटी और कुआलालंपुर से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु के लिए सीधी उड़ानों का आनंद ले सकते हैं।
एयर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी निपुण अग्रवाल ने कहा, "हमें स्टारलक्स एयरलाइंस के साथ साझेदारी करने में गर्व महसूस हो रहा है, जो ताइवान की एक फुल-सर्विस लक्जरी एयरलाइन है। यह समझौता एयर इंडिया की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम अपने यात्रियों को प्रीमियम अनुभव प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।"
स्टारलक्स एयरलाइंस एक बुटीक अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन है, जो ताइवान से अमेरिका, जापान, मकाऊ, हांगकांग, वियतनाम, थाईलैंड, फिलीपींस, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर तक 30 से अधिक मार्गों पर सेवा प्रदान करती है।
गौर करने वाली बात यह है कि इस इंटरलाइन पार्टनरशिप के तहत उड़ानों की बुकिंग पहले से ही विश्वभर के ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से उपलब्ध है। इसके अलावा, एयर इंडिया ने यह भी घोषणा की है कि इस नई साझेदारी के लिए बुकिंग जल्द ही उसकी आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगी, ताकि यात्रियों को यात्रा करने में आसानी हो।
इसके साथ ही, दोनों एयरलाइनों के बीच सामान के ट्रांसफर में कोई समस्या नहीं आएगी और ठहराव के दौरान बैग की दोबारा चेकिंग कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।