क्या अकाली दल के आईटी विंग प्रमुख नछत्तर सिंह गिल को गिरफ्तार कर लिया गया?
सारांश
Key Takeaways
- नछत्तर सिंह गिल की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलचल पैदा की है।
- गिरफ्तारी का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।
- अकाली दल ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया है।
अमृतसर, १५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिरोमणि अकाली दल की आईटी विंग के मुखिया नछत्तर सिंह गिल को तरनतारन पुलिस ने अमृतसर के रंजीत एवेन्यू में एक कैफे से हिरासत में लिया। यह गिरफ्तारी अचानक हुई और अभी तक इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
जानकारी के अनुसार, गिल कैफे में बैठे थे, तभी तरनतारन पुलिस की टीम आई और बिना किसी स्पष्टीकरण के उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने कैफे का डीवीआर भी जब्त कर लिया। गिरफ्तारी की अगुवाई गोइंदवाल साहिब में तैनात डीएसपी अतुल सोनी ने की। गिल को तरनतारन ले जाया गया।
सूत्रों का कहना है कि तरनतारन उपचुनाव के दौरान पुलिस ने गिल को कई बार धमकियां दी थीं। अकाली दल की ओर से चुनाव के समय सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ कई पोस्ट की गई थीं। यह संभावना जताई जा रही है कि उनकी गिरफ्तारी इन्हीं पोस्टों से संबंधित हो सकती है।
अकाली दल ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। पार्टी का कहना है कि चुनावों के दौरान विपक्षी नेताओं को दबाने की कोशिश की जा रही है। तरनतारन उपचुनाव में अकाली दल सक्रिय था और सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना कर रहा था।
गिल अकाली दल की आईटी विंग के प्रमुख हैं और सोशल मीडिया पर पार्टी की रणनीति का संचालन करते हैं। उनकी गिरफ्तारी से पार्टी में हड़कंप मच गया है। अकाली दल ने मांग की है कि उनकी गिरफ्तारी का कारण तुरंत बताया जाए और उन्हें रिहा किया जाए।
पुलिस ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। मामले की जांच जारी है। तरनतारन उपचुनाव का माहौल पहले से ही गर्म है और यह गिरफ्तारी विवाद को और बढ़ा सकती है।
स्थानीय लोग भी हैरान हैं कि कैफे से अचानक गिरफ्तारी कैसे हुई। अकाली दल ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि चुनाव के समय विपक्ष को चुप कराने की कोशिश नाकाम रहेगी।