क्या आत्मविश्वास, मेहनत और अनुशासन से मिलती है सफलता? आकाश दीप का युवाओं को संदेश

सारांश
Key Takeaways
- आत्मविश्वास सफलता की कुंजी है।
- मेहनत के बिना कुछ नहीं मिलता।
- अनुशासन का पालन करना आवश्यक है।
- कोई भी चीज़ आसानी से नहीं मिलती।
- युवाओं को प्रेरित करने की जरूरत है।
रोहतास, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख गेंदबाज आकाश दीप ने हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया। सीरीज समाप्त होने के बाद वे अपने गृहराज्य बिहार लौटे। रोहतास में सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने युवाओं को सफलता का मंत्र दिया।
तेज गेंदबाज आकाश दीप ने कहा, "जब मैं गाँव में क्रिकेट खेलता था, तो मुझे बहुत मज़ा आता था। समय के साथ मेरी इसमें रुचि बढ़ी और मैंने इसके बारे में गहराई से सोचना शुरू किया।"
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के अंतिम टेस्ट के बारे में उन्होंने कहा, "यह मैच बेहद रोचक था, क्योंकि पूरे पांच दिनों में ऐसा नहीं लगा कि खेल किसी एक टीम के अधीन है; हर सेशन में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कभी मेज़बान तो कभी मेहमान टीम का पलड़ा भारी था। टेस्ट क्रिकेट का असली मजा इसी में है कि अंतिम दिन तक यह पता नहीं चलता कि कौन जीतने वाला है।"
युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा, "सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है। परिणाम हमारे हाथ में नहीं होते, लेकिन हमें मेहनत करनी चाहिए। हमें अपने ऊपर विश्वास रखना और अनुशासन से जीवन जीना चाहिए। यदि हम यह सब करते रहेंगे, तो एक न एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी।"
दाएं हाथ के मीडियम पेसर आकाश दीप ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए 'एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी' में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्होंने बर्मिघम में खेली गई दूसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों में मिलाकर 10 विकेट लिए। इस मैच में टीम इंडिया ने 336 रनों से जीत हासिल की। 0-1 से सीरीज में पिछड़ने के बाद आकाश दीप ने शानदार भूमिका निभाई।
तीसरे टेस्ट में उन्होंने एक विकेट लिया। वहीं, ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में 66 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली और दोनों पारियों में एक-एक विकेट भी चटकाए। भारत ने इस मैच में भी जीत दर्ज कर सीरीज को 2-2 से बराबर किया।