क्या अखिलेश यादव ने हिंदुओं की आस्था को कभी समझा?

सारांश
Key Takeaways
- इशिका तनेजा का अयोध्या में मां सीता का किरदार निभाना एक महत्वपूर्ण अनुभव है।
- अखिलेश यादव के बयान पर इशिका की तीखी प्रतिक्रिया ने महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं।
- सीएम योगी के विकासात्मक प्रयासों ने स्थानीय टूरिज्म को बढ़ावा दिया है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चकाचौंध भरी दुनिया को छोड़कर महाकुंभ में संन्यासी बनने वाली एक्ट्रेस इशिका तनेजा सुर्खियों में हैं। उन्होंने अयोध्या के दीपोत्सव में मां सीता का किरदार निभाया है।
अब उन्होंने अखिलेश यादव के दीपोत्सव पर दिए बयान का कड़ा जवाब दिया है और मां सीता का किरदार निभाने के अनुभव को भी साझा किया है।
मिस वर्ल्ड टूरिज्म और मिस इंडिया का खिताब जीत चुकी इशिका तनेजा ने अखिलेश यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव ने कभी भी हिंदुओं की आस्था को समझा ही नहीं है।"
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा, "अखिलेश यादव के लिए अयोध्या केवल एक अवसर है, उन्होंने कभी नहीं समझा कि अयोध्या कितनी मेहनत से प्राप्त हुआ है, लोगों ने इसके लिए कितना संघर्ष किया है।"
इशिका ने कहा, "सीएम योगी जो करते हैं, वो सभी के लिए करते हैं। उनके फैसलों ने लोकल टूरिज्म को बढ़ावा दिया है, लोगों को रोजगार मिला है, लेकिन ये सारी बातें उन्हें दिखाई नहीं देतीं। उन्हें क्रिश्चियनिटी पर ज्यादा भरोसा है।"
एक्ट्रेस ने कहा, "अयोध्या में हम एक जीवित उदाहरण देख सकते हैं। लोगों ने खूबसूरत दीपक बनाए, मिट्टी से कला की और प्यारी झांकियां तैयार की। जब हम खुद इतनी सुंदर चीजें बना सकते हैं, तो हमें बाहर से क्यों खरीदना चाहिए?"
मां सीता का किरदार निभाने के सवाल पर इशिका भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, "मां सीता मेरे लिए केवल एक किरदार नहीं हैं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा रही हैं। मां सीता एक पवित्रता का प्रतीक हैं और उनका किरदार निभाने के बाद मैंने सीखा कि संकल्प और आस्था क्या होती है।"
उन्होंने सीएम योगी के बारे में कहा कि वो राज्य की सेवा का संकल्प लेकर काम करते हैं, तभी वह इतना विकास कर पा रहे हैं। उनके लिए कर्म ही धर्म है।