क्या अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर ने एस. जयशंकर से भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर की भारत यात्रा महत्वपूर्ण है।
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता हुई।
- यात्रा का उद्देश्य भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करना है।
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर ने शनिवार को अपनी चार दिवसीय यात्रा के तहत दिल्ली में कदम रखा। उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की, जिसमें भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संवाद पर चर्चा हुई।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज नई दिल्ली में अमेरिका के राजदूत सर्जियो गोर से मिलकर प्रसन्नता हुई। हमने भारत-अमेरिका संबंधों और इसके वैश्विक महत्व पर चर्चा की। उन्हें उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं।"
इस यात्रा के दौरान, अमेरिकी राजदूत गोर के साथ अमेरिका के प्रबंधन एवं संसाधन उप-सचिव माइकल जे रिगास भी शामिल हैं। वह यहाँ भारतीय अधिकारियों से संवाद करेंगे।
नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि राजदूत गोर की यह यात्रा उनके औपचारिक पदभार ग्रहण से संबंधित नहीं है। कहा गया, "यह एक संक्षिप्त यात्रा है। उनका परिचय पत्र बाद में प्रस्तुत किया जाएगा, जिसे अभी तय नहीं किया गया है।"
अमेरिकी राजदूत गोर ने भारत दौरे के दौरान विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक्स पर इस मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भारत में अमेरिकी राजदूत पद के लिए मनोनीत सर्जियो गोर से मुलाकात की। उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और उसकी साझा प्राथमिकताओं पर उपयोगी चर्चा की।"
विदेश सचिव ने मनोनीत राजदूत गोर को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं।
भारत में आने से पहले, गोर ने वाशिंगटन स्थित इंडिया हाउस में दिवाली समारोह के दौरान अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा से मुलाकात की।
क्वात्रा ने एक्स पर पोस्ट किया, "भारत यात्रा से पहले दिवाली समारोह के लिए कल इंडिया हाउस में राजदूत और राष्ट्रपति के विशेष दूत सर्जियो गोर की मेजबानी करके मुझे खुशी हुई।"
सर्जियो गोर को 22 अगस्त को औपचारिक रूप से भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया गया था और 7 अक्टूबर को अमेरिकी सीनेट ने मतदान के जरिए उन्हें चुना।