क्या अमेठी में पुलिस का 'ऑपरेशन लंगड़ा' सफल होगा? गौहत्या का एक आरोपी गिरफ्तार!
सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन लंगड़ा गौहत्या पर नियंत्रण हेतु एक सख्त कदम है।
- पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कई मामले दर्ज किए हैं।
- जगदीशपुर पुलिस की कार्रवाई को बड़ी सफलता माना जा रहा है।
- अपराधियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
- पुलिस ने घायल तस्कर को इलाज के लिए अस्पताल भेजा है।
अमेठी, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के अमेठी में चल रहा 'ऑपरेशन लंगड़ा' एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। जिले की जगदीशपुर कोतवाली पुलिस ने सोमवार की रात एक मुठभेड़ में एक पशु तस्कर को पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, गश्त के दौरान उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि गौहरपुरवा निवासी जावेद अपनी टीम के साथ गौहत्या में संलग्न है। जब पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को रुकने का इशारा किया, तो उसने फायरिंग कर दी।
इस पर पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए गोली चलाई, जो एक बदमाश के पैर में लगी। जबकि दूसरा आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। घायल तस्कर को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी गौहत्या की योजना बना रहा था।
अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि घायल अभियुक्त के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट सहित लगभग एक दर्जन मामले दर्ज हैं। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने गौहत्या में प्रयुक्त हथियार, एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
जगदीशपुर पुलिस की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। 'ऑपरेशन लंगड़ा' के तहत जिले में सक्रिय अपराधियों और गौ तस्करों के खिलाफ एक कठोर अभियान चलाया जा रहा है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधियों पर नकेल कसने के लिए यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश कर रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस काफी समय से आरोपी की तलाश कर रही थी। गोलीबारी में कोई पुलिस कर्मी घायल नहीं हुआ है। फरार आरोपी की तलाश जारी है, और जावेद की निशानदेही पर उसे पकड़ने के लिए टीम का गठन किया गया है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस ग्रुप में कितने लोग शामिल थे, इसका पता लगाया जा रहा है।