क्या विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह की कोलकाता यात्रा महत्वपूर्ण है?

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क्या विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह की कोलकाता यात्रा महत्वपूर्ण है?

सारांश

अमित शाह की कोलकाता यात्रा 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में भाजपा की रणनीतियों को मजबूत करेगी। यह यात्रा महत्वपूर्ण बैठकों और प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ स्थानीय मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। क्या यह यात्रा भाजपा की चुनावी सफलता की कुंजी होगी?

Key Takeaways

  • अमित शाह की कोलकाता यात्रा भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा है।
  • यात्रा के दौरान कोर ग्रुप की बैठकें होंगी।
  • 30 दिसंबर को शाह मीडिया से संवाद करेंगे।
  • 31 दिसंबर को एक बड़ी कार्यकर्ता सभा का आयोजन होगा।
  • इस यात्रा से स्थानीय मुद्दों पर भी ध्यान दिया जाएगा।

नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कोलकाता यात्रा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह उनके द्वारा की गई वर्ष की अंतिम प्रमुख राजनीतिक यात्राओं में से एक होगी, जिसमें पार्टी की संगठनात्मक तैयारियों, चुनावी रणनीति और विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, अमित शाह 29 दिसंबर की शाम को कोलकाता पहुंचेंगे और वहां 31 दिसंबर तक रहेंगे। यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बंगाल दौरे के ठीक बाद हो रहा है, जो भाजपा की 2026 में ममता बनर्जी की टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) को चुनौती देने की मजबूत तैयारी को दर्शाता है।

यात्रा की शुरुआत सोमवार की रात को होगी, जब अमित शाह कोलकाता पहुंचते ही भाजपा के शीर्ष स्थानीय नेताओं के साथ कोर ग्रुप की बैठक करेंगे। यह बैठक पार्टी की आंतरिक तैयारियों और संगठनात्मक मजबूती पर केंद्रित रहेगी। इस दौरान राज्य इकाई के नेताओं से फीडबैक लिया जाएगा और आगामी चुनावों के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा।

30 दिसंबर को शाह का कार्यक्रम काफी व्यस्त रहेगा। सुबह से ही वे पार्टी के कोर ग्रुप और सामान्य नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकों में शामिल होंगे। इस दिन वे मीडिया से मुखातिब होंगे और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे, जिसमें चुनावी मुद्दों, एसआईआर प्रक्रिया और टीएमसी सरकार की नीतियों पर हमला बोल सकते हैं।

इसके अलावा, शाह इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस) के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन करेंगे। शाम को वे आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के कोलकाता कार्यालय जाएंगे, जहां उनकी संघ के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रचारकों के साथ लंबी बैठक होगी। इस बैठक में बंगाल के स्थानीय मुद्दों, संगठन विस्तार और चुनावी चुनौतियों पर विस्तृत मंत्रणा होगी।

यात्रा का समापन 31 दिसंबर को होगा, जब अमित शाह कोलकाता में एक वृहद कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में हजारों भाजपा कार्यकर्ता शामिल होंगे, जहां शाह उन्हें चुनावी जीत का मंत्र देंगे और उनमें उत्साह भरेंगे। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, इस दिन वे कोलकाता के कुछ ऐतिहासिक स्थलों का भी दौरा कर सकते हैं।

Point of View

जो न केवल संगठनात्मक मजबूती को बढ़ावा देगी, बल्कि आगामी चुनावों के लिए रणनीतियों को भी संवारने का काम करेगी। यह राजनीति में परिवर्तन की संभावनाओं को भी जन्म देती है।
NationPress
27/12/2025

Frequently Asked Questions

अमित शाह की कोलकाता यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पार्टी की चुनावी तैयारियों, रणनीतियों और संगठनात्मक मजबूती पर चर्चा करना है।
क्या शाह की यात्रा से भाजपा को फायदा होगा?
यह यात्रा भाजपा की चुनावी रणनीतियों को मजबूत करने में मदद कर सकती है, जिससे पार्टी को चुनाव में लाभ मिल सकता है।
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