क्या घुसपैठियों को वोट बैंक बनाने वाला 'महाठगबंधन' बिहार का भला कर सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने घुसपैठियों के मुद्दे पर कड़ा रुख
- महिला रोजगार योजना के तहत १० हजार रुपए
- एनडीए सरकार ने मिथिलांचल के लिए कई पहल की हैं।
- बिहार में जंगलराज को समाप्त करने का दावा किया गया।
- महागठबंधन से विकास में रुकावट की चेतावनी दी गई।
सुपौल, ८ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को सुपौल के निर्मली में एक चुनावी सभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बिहार में घुसपैठियों को बचाने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं।
उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में बिहार के घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा। महाठगबंधन जो घुसपैठियों को वोट बैंक में बदलने की कोशिश कर रहा है, वह बिहार का भला नहीं कर सकता।
अमित शाह ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में इस योजना के तहत सरकार ने महिलाओं के खाते में १० हजार रुपए भेजे हैं, लेकिन राजद के नेता इसका भी विरोध करते हैं। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि यह राशि कोई नहीं ले सकता।
उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख किया और कहा कि मिथिलांचल का सम्मान एनडीए सरकार ने किया है। मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया और इसके संविधान का अनुवाद भी हुआ है। इसके साथ ही मैथिली पाग पर डाक टिकट भी जारी किया गया।
अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया है और मखाना बोर्ड भी बन रहा है।
उन्होंने राजद के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार के लोग आज भी उस जंगलराज को नहीं भूल पाए हैं। नीतीश कुमार ने उस जंगलराज को समाप्त किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जंगलराज में शाम पाँच बजे के बाद माताएं-बहनें और बेटियां घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। मोदी सरकार आई तो ११ वर्ष१ करोड़ १७ लाख माताओं को गैस कनेक्शन दिया गया, १.५० करोड़४८ लाख५० लाख
उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन को विजयी बनाया गया तो जंगलराज लौट आएगा और एनडीए
इस दौरान उन्होंने सीतामढ़ी में माता सीता के मंदिर का जिक्र किया और कहा कि माता सीता की जन्मभूमि को भगवान श्रीराम की जन्मभूमि से वंदे भारत ट्रेन द्वारा सीधे जोड़ा जाएगा।