क्या अमृतसर में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के घर विजिलेंस की रेड ने सच्चाई को उजागर किया?

सारांश
Key Takeaways
- भगवंत मान सरकार नशे के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
- बिक्रम मजीठिया ने रेड को राजनीतिक साजिश बताया।
- सोशल मीडिया पर मजीठिया ने अपनी आवाज उठाई है।
- पंजाब में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है।
- जनता को अब अपने नेताओं के प्रति जवाबदेही दिखानी होगी।
अमृतसर, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब की भगवंत मान सरकार नशे के खिलाफ निरंतर कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में, पंजाब सरकार ने बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। विजिलेंस की टीम ने उनके अमृतसर
बिक्रम मजीठिया ने अपने घर में हुई रेड का एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है, जिसमें उनके और विजिलेंस के अधिकारियों के बीच संवाद हो रहा है।
मजीठिया ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, "मैंने पहले ही आपको बता दिया था कि जब भगवंत मान सरकार को मेरे खिलाफ झूठे ड्रग केस में कुछ नहीं मिला, तो अब वे मेरे खिलाफ नया झूठा केस दर्ज करने की योजना बना रहे हैं। आज विजिलेंस के एसएसपी की अगुवाई में टीम ने मेरे घर पर छापा मारा है। भगवंत मान, ध्यान रखें, आप कितने भी नोटिस दे दें, मैं न तो डरूंगा और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज को दबा पाएगी।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर आवाज उठाई है और आगे भी करता रहूंगा। मुझे अकाल पुरख और गुरु साहिब पर पूरा विश्वास है। अंत में सत्य की विजय होगी।"
मजीठिया ने एक्स पर एक और वीडियो साझा किया, जिसमें वे अधिकारियों से कह रहे हैं कि मेरी पत्नी के साथ बदसलूकी न करें।
उन्होंने पंजाब सरकार पर निशाना साधा और कहा, "भगवंत मान सरकार स्पष्ट रूप से अन्याय कर रही है। हम न झुके हैं, न झुकेंगे। मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बात की है और आगे भी करता रहूंगा। अब जनता अपना जवाब देगी।"
ज्ञातव्य है कि बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2007 में मजीठा निर्वाचन क्षेत्र से पंजाब विधानसभा चुनाव जीता और 2012 तथा 2017 में पुनः जीत हासिल की। हालाँकि, मजीठिया ने 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।