क्या अमृतसर में एक्सटॉर्शन और फायरिंग गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस ने एक एक्सटॉर्शन और फायरिंग गैंग का पर्दाफाश किया।
- तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
- आरोपी दिलराज से पूछताछ के बाद गैंग का पूरा नेटवर्क सामने आया।
- डीआईजी संदीप गोयल ने मामले में आगे की जानकारी देने का आश्वासन दिया।
अमृतसर, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के अमृतसर में बॉर्डर रेंज पुलिस ने एक्सटॉर्शन, लूटपाट और फायरिंग की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वर्तमान में, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आने वाले समय में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
डीआईजी बॉर्डर रेंज संदीप गोयल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पिछले कुछ समय से रामदास और चंदेर क्षेत्रों में एक्सटॉर्शन और फायरिंग की लगातार घटनाएं हो रही थीं। इन मामलों में विभिन्न थानों में केस दर्ज किए गए थे।
पुलिस ने तकनीकी और मानव खुफिया जानकारी के माध्यम से पहले दिलराज नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ और तकनीकी जांच के दौरान पूरे गैंग की कड़ी सामने आई। जांच में यह भी पता चला कि गैंग के तार एक विदेशी हैंडलर मनिंदर रेलिया से जुड़े हैं, जिसके कहने पर रामदास इलाके में फायरिंग करने की योजना बनाई गई थी।
डीआईजी संदीप गोयल के अनुसार, पुलिस को पहले से संदिग्ध गाड़ी का विवरण मिल चुका था, जिसके आधार पर एक सुनियोजित जाल बिछाया गया। जब पुलिस ने संदिग्ध गाड़ी को रुकने का इशारा किया, तो आरोपियों ने बिना किसी उकसावे के पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में वंशप्रीत और गुरपिंदर नाम के दो आरोपी घायल हो गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से दो पिस्टल भी बरामद की हैं।
डीआईजी ने बताया कि दोनों आरोपी इसी क्षेत्र के निवासी हैं और उनके आपराधिक रिकॉर्ड तथा पृष्ठभूमि की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़ी अन्य जानकारियां प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साझा की जाएंगी और आगे और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।