क्या अर्चना शंकर नारायणन ने 11 नेशनल फ्रीडाइविंग रिकॉर्ड के साथ इतिहास रचा?

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क्या अर्चना शंकर नारायणन ने 11 नेशनल फ्रीडाइविंग रिकॉर्ड के साथ इतिहास रचा?

सारांश

भारत की प्रमुख फ्रीडाइवर अर्चना शंकर नारायणन ने इंडोनेशिया में आयोजित मनाडो एपनिया प्रतियोगिता में 40 मीटर गहराई तक पहुँचकर इतिहास रच दिया। यह उनकी 11वीं राष्ट्रीय जीत है, जो भारतीय महिलाओं के लिए एक नई प्रेरणा बन गई है। उनके इस अद्वितीय सफर की कहानी को जानें।

Key Takeaways

  • अर्चना का 40 मीटर फ्रीडाइव करना भारतीय महिलाओं के लिए प्रेरणा है।
  • उन्होंने 11 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए हैं।
  • कोच शुभम पांडे ने उन्हें फ्रीडाइविंग की शुरुआत कराई।
  • मनाडो प्रतियोगिता में उनकी यह तीसरी और कुल पांचवीं डेप्थ प्रतियोगिता थी।
  • उनकी उपलब्धियाँ फ्रीडाइविंग के इकोसिस्टम को आकार दे रही हैं।

चेन्नई, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख फ्रीडाइवर अर्चना शंकर नारायणन ने 1 से 3 अगस्त तक इंडोनेशिया में आयोजित मनाडो एपनिया प्रतियोगिता में दो नेशनल रिकॉर्ड तोड़कर एक और बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है।

अर्चना ने कॉन्स्टेंट वेट बाय-फिन्स (सीडब्ल्यूटीबी) श्रेणी में 38 मीटर और कॉन्स्टेंट वेट (सीडब्ल्यूटी) श्रेणी में 40 मीटर की गहराई तक पहुंचकर अनोखा इतिहास रच दिया। वह प्रतिस्पर्धी फ्रीडाइविंग प्रतियोगिता में 40 मीटर की गहराई पार करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं।

यह उपलब्धि अर्चना को भारत की सबसे गहरी फ्रीडाइव करने वाली महिला के रूप में और भी मजबूत करती है। अब उनके नाम कुल 11 नेशनल टाइटल का रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है।

मनाडो प्रतियोगिता इस वर्ष उनकी तीसरी और कुल मिलाकर पांचवीं डेप्थ प्रतियोगिता थी।

अर्चना ने कहा, "40 मीटर पार करना सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है। यह भारतीय महिलाओं के लिए फ्रीडाइविंग में नई संभावनाओं के द्वार खोलता है।"

खेल में उनके नेतृत्व को जीपी बिड़ला फेलोशिप फॉर वीमेन लीडर्स से सम्मानित किया गया है।

अर्चना पूर्व में कॉर्पोरेट वकील रह चुकी हैं। अर्चना ने इस प्रतियोगिता से पहले बाली के एमेड में एक महीने तक प्रशिक्षण लिया। यहां उन्हें अपने पहले कोच शुभम पांडे का मार्गदर्शन मिला, जिन्होंने दो साल पहले अर्चना को फ्रीडाइविंग से परिचित कराया था।

अर्चना ने अपनी सफलता का श्रेय शुभम पांडे के साथ-साथ ऑस्ट्रेलियाई फ्रीडाइवर ब्रेनन हैटन, कोच सर्गेई बुसारगिन और काइजन फ्रीडाइविंग, सुपरहोम की सोफी और एपनिया बाली टीम को दिया।

नेशनल रिकॉर्ड होल्डर लुसियाना ने अर्चना को एआईडीए जज के रूप में चुना, जो भारत के लिए एक और पहली उपलब्धि है। उन्होंने कहा, "इस भूमिका में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है।"

प्रतियोगिता और नेतृत्व, दोनों क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियों के साथ अर्चना न केवल रिकॉर्ड तोड़ रही हैं, बल्कि भारत में फ्रीडाइविंग के इकोसिस्टम को भी आकार दे रही हैं।

Point of View

बल्कि यह भारतीय महिलाओं की शक्ति और दृढ़ता का प्रतीक हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने न केवल उन्हें रिकॉर्ड तोड़ने में मदद की है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।
NationPress
06/08/2025

Frequently Asked Questions

अर्चना शंकर नारायणन ने कितने राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े हैं?
अर्चना शंकर नारायणन ने कुल 11 राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े हैं।
वह किस प्रतियोगिता में भाग ले रही थीं?
वह इंडोनेशिया में आयोजित मनाडो एपनिया प्रतियोगिता में भाग ले रही थीं।
अर्चना ने कितनी गहराई तक फ्रीडाइव की?
उन्होंने कॉन्स्टेंट वेट श्रेणी में 40 मीटर की गहराई तक फ्रीडाइव की।
कौन से कोच ने अर्चना को फ्रीडाइविंग सिखाया?
अर्चना को फ्रीडाइविंग सिखाने वाले कोच शुभम पांडे हैं।
अर्चना को किस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है?
अर्चना को जीपी बिड़ला फेलोशिप फॉर वीमेन लीडर्स से सम्मानित किया गया है।