क्या आर्मी हॉस्पिटल ने भारत में आईस्टेंट के साथ पहली 3डी फ्लेक्स एक्वस एंजियोग्राफी सफलतापूर्वक की?
सारांश
Key Takeaways
- नई तकनीक से ग्लूकोमा उपचार में सुधार हुआ है।
- 3डी फ्लेक्स एक्वियस एंजियोग्राफी ने सर्जरी के दौरान बेहतर इमेजिंग सुनिश्चित की।
- आईस्टेंट का उपयोग न्यूनतम चीर-फाड़ वाली सर्जरी के लिए किया गया।
- यह प्रक्रिया सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- ग्लूकोमा के उपचार में नई मानक स्थापित किया गया है।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) के नेत्र विज्ञान विभाग ने भारत में पहली बार आईस्टेंट के साथ 3डी फ्लेक्स एक्वियस एंजियोग्राफी को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस एंजियोग्राफी में उन्नत इमेजिंग तकनीक और न्यूनतम चीर-फाड़ वाली ग्लूकोमा सर्जरी का समावेश किया गया।
इस प्रक्रिया को नए स्टैंड-माउंटेड स्पेक्ट्रालिस सिस्टम और अत्याधुनिक 3डी ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप की सहायता से संपन्न किया गया, जिसने सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं को वैश्विक नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी बना दिया है।
ग्लूकोमा, जो अंधेपन का एक प्रमुख कारण है, इसकी धीमी प्रगति के कारण चिकित्सकों के लिए चुनौती बना हुआ है। यह नई तकनीक एक्वियस आउटफ्लो पाथवे का वास्तविक समय में सटीक दृश्य उपलब्ध कराती है, जिससे सर्जन लक्षित और प्रभावी उपचार कर सकते हैं और रोगियों के परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार संभव हो पाता है।
भारत में पहली बार 3डी फ्लेक्स एक्वियस एंजियोग्राफी को आईस्टेंट (न्यूनतम इनवेसिव ग्लूकोमा सर्जरी) के साथ जोड़कर, ग्लूकोमा उपचार में एक नया मानक स्थापित किया गया है। इससे सर्जरी के दौरान बेहतर इमेजिंग और दीर्घकालिक रूप से बेहतर परिणाम सुनिश्चित होते हैं। यह उपलब्धि सशस्त्र बल समुदाय के लिए न केवल एक महत्वपूर्ण चिकित्सा मील का पत्थर है, बल्कि दृष्टि संरक्षण और ऑपरेशनल तत्परता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।