क्या अरुण कुमार ने एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की थी?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की जीत की भविष्यवाणी की गई थी।
- महागठबंधन की नकारात्मक राजनीति ने उन्हें नुकसान पहुंचाया।
- राहुल गांधी की टिप्पणियों ने जनता को प्रभावित किया।
- जनता ने नकारात्मकता का सामना किया और महागठबंधन को खारिज किया।
- राजनीतिक दलों को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
पटना, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि एनडीए की जीत निश्चित है और महागठबंधन को कड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस को दिए एक साक्षात्कार में महागठबंधन की हार के पीछे की वजहों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह पार्टी नकारात्मक राजनीति की ओर बढ़ गई थी। कभी एसआईआर के झूठे आरोपों को फैलाते थे तो कभी 'वोट चोरी' का आरोप लगाते थे। इस तरह की नकारात्मकता ने जनता में नकारात्मकता का संचार किया और इसका परिणाम यह हुआ कि जनता ने इन्हें नकार दिया।
उन्होंने कहा कि इससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पूर्व सांसद ने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि महागठबंधन के नेता चुनावी सभाओं में वोट चोरी का जिक्र क्यों कर रहे थे, जबकि वास्तविकता यह है कि ये स्वयं कई वर्षों तक सत्ता में रहकर वोट चोरी करते रहे हैं। जब इनकी वोट चोरी पर अंकुश लगाया गया तो इन्हें बुरा लगा और अंततः जनता ने इन्हें खारिज कर दिया।
अरुण कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है। उन्होंने इंग्लैंड जाकर भारत के खिलाफ बयान दिए। ऐसे नेता को सूबे की जनता कैसे स्वीकार कर सकती है जो देश के खिलाफ बोलते हैं? राष्ट्र की अस्मिता पर प्रहार करने वाले नेताओं को जनता कभी स्वीकार नहीं कर सकती।