क्या सर्दियों में अश्वगंधा चाय है बेहद फायदेमंद?
सारांश
Key Takeaways
- इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक
- तनाव और चिंता को कम करती है
- जोड़ों के दर्द में राहत देती है
- सर्दियों में सुरक्षा प्रदान करती है
- आसान बनाने की विधि
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में सर्दी-जुकाम, खांसी और अन्य संक्रमणों का जोखिम बढ़ता है। कमजोर इम्यूनिटी इन बीमारियों का मुख्य कारण बनती है, इसलिए इस मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। ऐसे समय में अश्वगंधा की चाय का सेवन लाभकारी साबित होता है।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय अश्वगंधा और इसकी चाय के फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रस्तुत करता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह जड़ी-बूटी सदियों से इम्यूनिटी को बढ़ाने, तनाव को कम करने और जोड़ों के दर्द में राहत देने के लिए जानी जाती है। अश्वगंधा की चाय सर्दियों में बेहद उपयोगी है। यह न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाती है, बल्कि जोड़ों के दर्द, गठिया और तनाव में भी आराम प्रदान करती है।
आयुर्वेद में अश्वगंधा को रसायन (कायाकल्प करने वाली) जड़ी-बूटी माना जाता है, जो शरीर को ताकत और संतुलन प्रदान करती है। अश्वगंधा की चाय के सेवन से कई लाभ होते हैं। यह तनाव और चिंता को कम करती है। आधुनिक जीवनशैली में बढ़ते स्ट्रेस हॉर्मोन (कोर्टिसॉल) को नियंत्रित कर मानसिक स्थिति को शांत रखती है, जिससे नींद में सुधार होता है और मानसिक थकान कम होती है।
सर्दियों में इम्यूनिटी की कमजोरी एक आम समस्या है, लेकिन अश्वगंधा एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों के चलते रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, और सर्दी-जुकाम तथा संक्रमण से सुरक्षा करती है। यह चाय जोड़ों और गठिया के दर्द में भी राहत देती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को कम करते हैं, खासकर घुटनों और कमर के दर्द में।
आयुर्वेद के अनुसार, यह वात दोष को संतुलित करती है, जो सर्दियों में जोड़ों की समस्याओं को बढ़ाता है। इसके अतिरिक्त, यह ऊर्जा बढ़ाती है, थकान को कम करती है, हार्मोन संतुलन बनाए रखती है और पाचन में सुधार करती है। इसके नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है, और संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है।
अश्वगंधा की चाय बनाने का तरीका बेहद सरल है। एक कप पानी में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर डालकर उबालें। 5-10 मिनट बाद इसे छानकर स्वाद के लिए शहद या नींबू मिलाकर पिएं।
सर्दियों में दिन में एक या दो कप पी सकते हैं। हालांकि, कुछ सावधानियां आवश्यक हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट खराब, उल्टी, दस्त या सुस्ती हो सकती है। गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं, थॉयराइड या ऑटोइम्यून समस्याओं वाले लोग बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें।