क्या असम में आईईडी विस्फोट की साजिश का मामला गंभीर है?

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क्या असम में आईईडी विस्फोट की साजिश का मामला गंभीर है?

सारांश

असम के दिसपुर में उल्फा (आई) द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर विस्फोट की साजिश का मामला सामने आया है। एनआईए ने इस कुकृत्य में शामिल दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। क्या यह सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है? जानिए इस मामले के सभी पहलुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • उल्फा (आई) ने स्वतंत्रता दिवस पर विस्फोट की साजिश की थी।
  • एनआईए ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • गिरफ्तार आरोपियों का उद्देश्य देश की सुरक्षा को खतरे में डालना था।
  • मामला आरसी-03/2024/एनआईए-जीयूडब्ल्यू में दर्ज है।
  • आरोपियों की पहचान भार्गोब गोगोई और सुमु गोगोई के रूप में हुई है।

नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। असम के दिसपुर में उल्फा (आई) आतंकी संगठन द्वारा 2024 के स्वतंत्रता दिवस पर विस्फोट की साजिश के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। एनआईए ने इस विस्फोट की योजना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान डिब्रूगढ़ जिले के निवासियों भार्गोब गोगोई और सुमु गोगोई के रूप में हुई है। ये दोनों असम में स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाने की साजिश में शामिल थे।

एनआईए के अनुसार, इनका उद्देश्य असम के विभिन्न स्थानों पर विस्फोट कर देश की सुरक्षा और अखंडता को खतरे में डालना था। इनकी गिरफ्तारी के साथ अब इस मामले (आरसी-03/2024/एनआईए-जीयूडब्ल्यू) में कुल तीन लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।

एनआईए ने सितंबर 2024 में दिसपुर पुलिस से यह मामला अपने हाथ में लिया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 13 जून को असम में स्वतंत्रता दिवस 2024 के दौरान कई स्थानों पर आईईडी विस्फोट की योजना के खिलाफ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन उल्फा (आई) के तीन सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

एनआईए की जांच में यह भी पता चला कि ये आरोपी गुवाहाटी के दिसपुर लास्ट गेट सहित असम के कई इलाकों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (2024 में) को बाधित करने के लिए आईईडी लगाने की साजिश में शामिल थे।

ज्ञातव्य है कि असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट ने अपने बयान में दावा किया था कि उन्होंने स्वतंत्रता दिवस से संबंधित कार्यक्रमों को बाधित करने के उद्देश्य से राज्यभर में 19 बम प्लांट किए थे।

बयान में आगे कहा गया था कि वे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुबह छह बजे से लेकर 12 बजे तक कई स्थानों पर बम विस्फोट करके अपनी ताकत दिखाना चाहते थे।

फिलहाल इस मामले में जांच अभी जारी है।

Point of View

यह मामला स्पष्ट करता है कि देश की सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए। असम में होने वाले ऐसे कृत्य हमारे समाज को प्रभावित कर सकते हैं। हमें सतर्क रहना चाहिए और इस तरह के मामलों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

असम में आईईडी विस्फोट की साजिश किस संगठन द्वारा की गई?
यह साजिश उल्फा (आई) आतंकी संगठन द्वारा की गई थी।
एनआईए ने कितने आरोपियों को गिरफ्तार किया?
एनआईए ने इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों का उद्देश्य क्या था?
इनका उद्देश्य असम में विभिन्न स्थानों पर विस्फोट कर देश की सुरक्षा और अखंडता को खतरे में डालना था।
इस मामले की जांच कब शुरू हुई?
एनआईए ने सितंबर 2024 में इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी।
क्या असम में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खतरा है?
हाँ, असम के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ने स्वतंत्रता दिवस पर बम विस्फोट करने की योजना बनाई थी।