क्या बाबा महाकाल की नगरी में पहले लाइट एंड साउंड शो ने धर्म और आधुनिक तकनीक का अनोखा संगम दिखाया?
सारांश
Key Takeaways
- महाकालेश्वर मंदिर की महिमा का अद्वितीय अनुभव
- युवाओं के लिए धर्म और संस्कृति का ज्ञान
- पानी की स्क्रीन पर प्रोजेक्शन तकनीक का उपयोग
- उज्जैन का समृद्ध इतिहास और संस्कृति
- शो देखने के लिए कोई शुल्क नहीं
उज्जैन, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाकालेश्वर मंदिर की महिमा असाधारण है। यहाँ दूर-दूर से भक्त कष्टों से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। अब भक्त उज्जैन के इतिहास और पवित्र शिप्रा नदी की महिमा को जान सकेंगे। इसके लिए एक लेजर लाइट शो का आयोजन किया गया, जहाँ भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।
उज्जैन के बाबा महाकाल के मंदिर में 'वाटर स्क्रीन' लाइट एंड साउंड शो श्रद्धालुओं के लिए शुरू कर दिया गया है। इस शो में भगवान महाकाल की संपूर्ण गाथा, शिप्रा नदी और उज्जैन का इतिहास अभिनव तरीके से पेश किया गया है, जिससे आज की युवा पीढ़ी बाबा महाकाल और सनातन धर्म के बारे में जान सके। शो की अवधि ३० मिनट है, जिसमें इतिहास को पानी की स्क्रीन पर प्रोजेक्शन के माध्यम से दर्शाया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन दीपावली पर किया गया और पहले दिन मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शो का आनंद लिया। इस परियोजना को स्मार्ट सिटी और मध्य प्रदेश टूरिज्म ने मिलकर १८ करोड़ रुपये खर्च करके तैयार किया है।
निगम कमिश्नर अभिलाष मिश्रा ने मीडिया को बताया कि लाइट एंड साउंड शो अब श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध है और इसे देखने के लिए अभी कोई शुल्क नहीं रखा गया है। शो में उज्जैन का इतिहास और बाबा महाकाल की महिमा के बारे में जानकारी दी गई है, और यह बताया गया है कि कैसे पुराणों में वर्णित कथाएँ प्रारंभ हुईं। इन पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।
श्रद्धालुओं में भी इस शो को लेकर उत्साह देखा गया। एक श्रद्धालु प्रियंका ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि उन्होंने पहले भी कई लेजर शो देखे हैं, लेकिन मंदिर में जो शो उन्होंने देखा, उसका वर्णन नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि ऐसे शो को देखने के बाद युवा पीढ़ी धर्म को समझेगी, यह जान सकेगी कि कैसे महाकाल उज्जैन की नगरी में स्थापित हुए।
एक अन्य श्रद्धालु ने बातचीत में बताया कि किसी भी शो में शिव महापुराण की महिमा को इतने अच्छे तरीके से नहीं बताया गया है। यह लाइटिंग साउंड शो धर्म और आधुनिक तकनीक का एक अनूठा संगम है।