क्या बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा ने विश्व हिंदू परिषद को भड़का दिया?

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क्या बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा ने विश्व हिंदू परिषद को भड़का दिया?

सारांश

बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है। टीएमसी के विधायक द्वारा नींव रखने की घोषणा पर विश्व हिंदू परिषद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। क्या यह विवाद और बढ़ेगा?

Key Takeaways

  • बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है।
  • टीएमसी पर हिंदू विरोधी साजिश का आरोप लगाया गया है।
  • हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया तेज हो गई है।

नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद के निर्माण की घोषणा को लेकर राजनीतिक विवाद और भी गहरा हो गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक और पूर्व मंत्री हुमायूं कबीर द्वारा 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की नींव रखने की सूचना मिलने के बाद हिंदू संगठनों की प्रतिक्रियाएँ तेज हो गई हैं। इसी संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने टीएमसी पर तीखा प्रहार किया है।

विनोद बंसल ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मंदिर वहीं, मस्जिद नहीं, और बाबरी कहीं नहीं। टीएमसी के विधायक व पूर्व मंत्री हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को विदेशी आक्रांता बाबर के नाम पर एक मस्जिद की नींव रखने की घोषणा की है। वहीं, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने उसी दिन धूल धूसरित बाबरी पर 33 साल बाद घड़ियाली आंसू बहाने का मन बनाया है। इतने वर्षों तक उन्होंने बाबरी को फ्रीजर में बंद कर रखा था! अब वे बाबरी के जिन्न को बाहर निकालकर अपने जिहादी वोट बैंक को तराशने का कुत्सित प्रयास करेंगी।"

उन्होंने कहा, "टीएमसी के इन दो नेताओं के बीच राजनीतिक तनातनी और जिहादी वोट बैंक के प्रति रस्साकसी कोई नई बात नहीं है। किंतु, हुमायूं का तो बाप ही बाबर था! हो सकता है क्रूर शासक की भटकती आत्मा इस हुमायूं के शरीर में प्रवेश कर गई हो और उसने ही बाबरी का डर विधायक के मन में बिठा दिया हो! किंतु, ममता दीदी का बाबर या बाबरी से क्या रिश्ता है? कृपया स्पष्ट करें। याद रखें कि 90 के दशक में संपूर्ण विश्व के हिंदू समाज का एक ही नारा था, 'मंदिर वहीं, मस्जिद नहीं, और बाबरी कहीं नहीं,' अर्थात बाबर के नाम पर भारत माता के पवित्र भू-भाग पर हम कहीं भी कोई नई मस्जिद नहीं बनने देंगे। ऐसे में इस प्रकार का भारत विरोधी षड्यंत्र पूरी तरह से अस्वीकार्य है।"

विनोद बंसल ने आगे कहा कि मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के खिलाफ वीभत्स हिंसा और नरसंहार के घाव अभी भरे नहीं हैं और बेलडांगा का यह दंगाई तथा उसकी पार्टी प्रमुख लगता है हिंदुओं पर अत्याचारों की किसी नई पटकथा पर काम कर रहे हैं जिनसे हिंदू समाज को सावधान रहना होगा।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम इस प्रकार के विवादों को समझें और समाज में शांति एवं सद्भाव बनाए रखें। राजनीतिक प्रदूषण के इस दौर में, सभी पक्षों को एक-दूसरे के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करना चाहिए।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा क्यों की गई?
टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर द्वारा 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की नींव रखने की घोषणा की गई है, जिसका उद्देश्य राजनीतिक लाभ उठाना हो सकता है।
विश्व हिंदू परिषद की प्रतिक्रिया क्या है?
विनोद बंसल ने इस घोषणा को भारत विरोधी षड्यंत्र करार दिया है और कहा है कि यह हिंदू समाज को विभाजित करने का प्रयास है।
क्या इससे राजनीतिक स्थिति में बदलाव होगा?
यह विवाद निश्चित रूप से पश्चिम बंगाल में राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकता है और टीएमसी और अन्य दलों के बीच तनाव बढ़ा सकता है।
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