क्या बागेश्वर धाम में दीवार गिरने से श्रद्धालु की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- भारी बारिश के कारण दीवार गिरने की घटना हुई।
- एक श्रद्धालु की मौत और कई लोग घायल हुए।
- घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- यह घटना धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर करती है।
- पुलिस ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया।
छतरपुर, ८ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में भारी बारिश के कारण बागेश्वर धाम में एक बड़ा हादसा हुआ है। कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के आश्रम में एक पुरानी इमारत की दीवार गिर गई। इस दुर्घटना में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि लगभग दर्जनभर लोग घायल हो गए। यह घटना मंगलवार सुबह उस समय हुई जब सभी लोग उस इमारत में ठहरे हुए थे।
जो दीवार गिरी, वह बागेश्वर धाम में एक धर्मशाला (रेस्ट हाउस) की थी, जहां श्रद्धालुओं को न्यूनतम शुल्क पर रात्रि विश्राम की सुविधा मिलती है। जब यह दुखद घटनाक्रम घटित हुआ, तब श्रद्धालु सो रहे थे और मलबे के नीचे दब गए।
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने का कार्य प्रारंभ किया। घायलों को छतरपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई।
मृत महिला की पहचान उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की रहने वाली अनीता देवी (४०) के रूप में हुई है। वह सोमवार को पूजा-अर्चना करने बागेश्वर धाम पहुंची थीं।
छतरपुर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरपी गुप्ता ने घटना की पुष्टि की और बताया कि करीब १२ लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। इनमें से एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम की बिल्डिंग गिरने में घायल हुए लोगों को बेहतर चिकित्सा देने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
डॉ. ओझा दोसाझ ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस को बताया कि बागेश्वर धाम से ११ लोग आए थे। इनमें से एक महिला की मौत हो गई और २-३ लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अन्य अस्पताल भेजा गया है। बाकी घायलों की स्थिति स्थिर है।
एक घायल व्यक्ति, जिसकी भाभी की इस हादसे में मौत हो गई, ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि हम बागेश्वर धाम में पूजा करने आए थे। रात में जब हम कमरे में सो रहे थे, तब तेज बारिश के कारण दीवार गिर गई और हम उसके नीचे दब गए। मेरी भाभी की मौत हो गई और बाकी लोग घायल हो गए।
एक अन्य रिश्तेदार ने कहा कि मेरी भाभी की मौत हो गई। मेरे पति ठीक हैं, लेकिन मेरी बेटी के पैरों में फ्रैक्चर हो गया है। वहां बहुत लोग थे, कितने थे, ये हम नहीं कह सकते।
यह बागेश्वर धाम में एक सप्ताह के भीतर घटित होने वाली दूसरी घटना है।
इससे पहले, ३ जुलाई को बारिश से बचने के लिए लोग एक टेंट के नीचे खड़े थे, तभी टेंट का भारी लोहे का एंगल टूटकर गिर गया। यह एंगल एक व्यक्ति के सिर पर गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई और ८ लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए बमीठा और खजुराहो स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जिनकी स्थिति गंभीर थी, उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।