क्या विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने 'आप' सरकार पर पशु क्रूरता कानून के संबंध में निशाना साधा?

सारांश
Key Takeaways
- पशु क्रूरता कानून का स्वागत किया गया है।
- पंजाब में सुरक्षा का मुद्दा गंभीर है।
- सरकार पर आरोप लगाए गए हैं कि वह जनता को धोखा दे रही है।
चंडीगढ़, ११ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर तीखा हमला किया।
उन्होंने पशु क्रूरता के खिलाफ लागू हुए कानून का स्वागत किया, लेकिन यह भी कहा कि पंजाब के नागरिकों और नेताओं पर हो रही "क्रूरता" पर ध्यान देना आवश्यक है। उनका कहना था कि पंजाब में आम लोगों की सुरक्षा खतरे में है और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।
बाजवा ने एक हालिया मुठभेड़ का उल्लेख करते हुए कहा कि संजय वर्मा के हत्यारों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया, लेकिन बाद में स्थिति में बदलाव आया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों पर गोलियां चलाई, जबकि कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ। अपराधियों की पहचान और उनके ठिकानों का पता नहीं लगाया जा सका।
उन्होंने आप सरकार पर पंजाब को "लूटने" और जनता को धोखा देने का आरोप लगाया। भगवंत मान को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने पंजाब के हितों को दिल्ली के 'आप' नेतृत्व को सौंप दिया है। बाजवा ने विधानसभा के केवल ११ मिनट के सत्र पर भी सवाल उठाए, जिसे उन्होंने देश के इतिहास का सबसे छोटा सत्र बताया।
उनका कहना था कि इस सत्र में १० लाख रुपये प्रति मिनट खर्च हुए और केवल कुछ विशेष एजेंडों को पारित किया गया, जो मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के निजी हितों से जुड़े थे। बाजवा ने सोशल मीडिया पर फर्जी पेज और ट्रोलिंग करने वाली टीमों पर भी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आप सरकार पर भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) से सीआईएसएफ को हटाने की मंशा पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि सरकार पंजाब के प्रशासनिक ढांचे को कमजोर कर रही है। बाजवा ने विधानसभा को एक मंच बताकर उसके दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि सरकार केवल दिखावे के लिए काम कर रही है।