क्या ओडिशा के बालासोर में २६ साल से फरार कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- दो कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी सफलता है।
- इनके खिलाफ ३२ से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- गिरफ्तारी से कानून-व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है।
- पुलिस ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- जनता को संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई है।
बालासोर, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा की बालासोर पुलिस ने २६ साल से कानून की पकड़ से बचते आ रहे दो खतरनाक अपराधियों को अंततः पकड़ लिया है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों के नाम हैं अनिमेष घोष और कैलाश दास, जिन्हें कुआन के नाम से भी जाना जाता है। ये दोनों लंबे समय से बालासोर और पश्चिम बंगाल में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।
पुलिस के अनुसार, अनिमेष घोष और कैलाश दास पर ३२ से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, बलात्कार, और जबरदस्ती उगाही जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। देवखुंटा और टाउन पुलिस थाने में इनके खिलाफ कई मामले पहले से ही दर्ज थे। अपराधों को अंजाम देने के बाद ये दोनों फरार होकर पिछले २६ वर्षों से विभिन्न राज्यों में छिपे हुए थे और वहीं अपने आपराधिक नेटवर्क का विस्तार कर रहे थे।
बालासोर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रत्यूष दिबाकर ने कहा, "ये दोनों कुख्यात अपराधी काफी समय से हमारी नजर में थे। हमने उनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी। एक विशेष टीम बनाई गई थी, जो इन पर काम कर रही थी।"
गुरुवार सुबह पुलिस को पुख्ता सूचना मिली कि दोनों अपराधी इंडस्ट्रियल एरिया थाना क्षेत्र और सदर थाना क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और उन्हें घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इनके पास से एक हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार और एक बंदूक बरामद की है। वर्तमान में दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में कई पुराने मामलों की कड़ियाँ खुल रही हैं। आगामी दिनों में दोनों को रिमांड पर लेकर और गहराई से पूछताछ की जाएगी ताकि इनके नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की जानकारी प्राप्त की जा सके।
एसपी प्रत्यूष दिबाकर ने आश्वासन दिया कि बालासोर पुलिस अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने जनता से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तत्काल पुलिस को दें ताकि समाज में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे।