क्या मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी: बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस?
सारांश
Key Takeaways
- बाबरी मस्जिद का निर्माण नहीं होगा।
- संविधान की सुरक्षा प्राथमिकता है।
- सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने की कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
- राज्य सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने का दायित्व है।
- बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र शांत हैं।
कोलकाता, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने यह स्पष्ट किया है कि मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का निर्माण नहीं किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि संविधान चुपचाप तमाशा नहीं देख सकता।
वर्तमान में स्थिति यह है कि बंगाल में टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर 'बाबरी मस्जिद' बनाने की बात कर रहे हैं। क्या यह चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ने की कोशिश है? इस प्रश्न के उत्तर में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मुझे जमीन स्तर और एजेंसियों से जो रिपोर्ट मिली हैं, उनसे पता चलता है कि कोई जानबूझकर मुर्शिदाबाद को स्कैंडल का अड्डा बनाने की कोशिश कर रहा है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।"
राज्यपाल ने कहा कि यह धार्मिक स्थल बनाने का मुद्दा नहीं है। यदि सांप्रदायिक भावनाएं भड़काई जाएंगी, तो एक-दूसरे की रक्षा की जाएगी। संविधान चुपचाप तमाशा नहीं देख सकता।
राज्यपाल ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यह धार्मिक स्थल बनाने का सवाल नहीं है। अगर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काई जाएंगी, तो एक-दूसरे की रक्षा की जाएगी। संविधान चुपचाप तमाशा नहीं देख सकता। उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो लोग कानून तोड़ने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त, असरदार और प्रोएक्टिव कार्रवाई की जाएगी।
क्या हुमायूं कबीर को हिरासत में लेना चाहिए? इस पर राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निर्णय छोड़ दिया। उन्होंने कहा, "सरकार को फैसला लेना है। भारत के संविधान के तहत राज्य सरकार का यह फर्ज है कि वह कानून और व्यवस्था बनाए रखे।"
इसी बीच, राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल की जनसांख्यिकी में हो रहे बदलाव को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि जनसांख्यिकीय असंतुलन हो रहा है, ये कोई छिपी बात नहीं है। सर्वे से यह बात साफ तौर पर पता चली है।
बंगाल के बॉर्डर एरिया की स्थिति पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, "हमारे सीमावर्ती इलाके शांत हैं। बीएसएफ और एसएसबी के बहादुर जवान सीमाओं की बहुत अच्छी तरह रक्षा कर रहे हैं। मुझे उन पर भरोसा न करने का कोई कारण नहीं दिखता। वे अपना काम बहुत अच्छे से कर रहे हैं।"