क्या कर्नाटक के बेल्लारी में 12 साल की बच्ची की हार्ट अटैक से हुई मौत ने सबको चौंका दिया?

सारांश
Key Takeaways
- बच्चों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है, और हमें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- समुदाय का समर्थन ऐसे कठिन समय में बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- अचानक हार्ट अटैक की घटनाओं के प्रति सजग रहने की जरूरत है।
- परिवार और समुदाय को एकजुट होकर इस तरह के शोक का सामना करना चाहिए।
बेल्लारी, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के बेल्लारी जिले में एक 12 साल की बच्ची को अचानक हार्ट अटैक आया, जिससे उसकी दुखद मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक और तहसीलदार अस्पताल पहुंचे और बच्ची के परिजनों से मुलाकात की।
यह घटना कलिंगेरी गांव में हुई, जहां दीक्षा सहिप्रा, जो 6वीं कक्षा की छात्रा थीं, स्कूल जाने के लिए तैयार हो रही थीं। दीक्षा घर पर बालों को संवारते समय अचानक जमीन पर गिर पड़ी।
परिजनों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। वहां प्राथमिक उपचार देने के बाद, उन्हें संदूर के लिए रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। विधायक अन्नपूर्णा तुकाराम और तहसीलदार अनिल कुमार ने अस्पताल का दौरा किया और बच्ची के परिवार से मुलाकात की।
दीक्षा की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। इस घटना ने पूरे गांव में शोक का माहौल बना दिया है, और बच्ची के माता-पिता का हाल बेहाल है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि हाल ही में भाजपा नेता राजवीर सिंह का भी हार्ट अटैक से निधन हुआ था। उनके पिता किशन लाल दिलेर भी पूर्व सांसद रह चुके हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक दूल्हे की भी शादी से पहले हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। यह घटना उस समय हुई जब दूल्हा मंदिर में पूजा कर बाहर आया और अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा।