क्या भागलपुर के जिलाधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की?

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क्या भागलपुर के जिलाधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की?

सारांश

भागलपुर में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम पर चर्चा की गई और फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। जानें इस बैठक के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण आवश्यक है।
  • बीएलओ की भूमिका महत्वपूर्ण है।
  • सही प्रमाण के बिना फॉर्म जमा नहीं हो सकते।
  • राजनीतिक दलों का सहयोग आवश्यक है।
  • महिलाओं को सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

भागलपुर, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भागलपुर के जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने मंगलवार को समीक्षा भवन में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की।

डॉ. चौधरी ने बताया कि बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर जो फॉर्म इकट्ठा किए गए हैं, उन्हें सही प्रमाण के साथ भरकर बीएलओ के पास जमा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीएलओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सही व्यक्तियों के नाम छूटने नहीं चाहिए और गलत नामों को जोड़ा नहीं जाना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति के पास प्रमाण नहीं है, तो वह अपनी ज़मीन के कागजात या राशन कार्ड को प्रमाण के रूप में प्रस्तुत कर सकता है। मृत व्यक्तियों और पलायन कर चुके व्यक्तियों के नाम को मतदाता सूची से हटा दिया जाना चाहिए।

उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे अपने बीएलए के माध्यम से फॉर्म जमा करने और संग्रह करने में बीएलओ की सहायता करें। शहरी क्षेत्र में बीएलए का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यदि कोई महिला अपना फॉर्म नहीं भर पा रही है, तो बीएलओ उन्हें सहायता प्रदान करें। सभी को अपने फॉर्म सही तरीके से भरकर प्रमाण के साथ जमा करना आवश्यक है, क्योंकि प्रमाण की कमी के कारण फॉर्म अपलोड करने में कठिनाई हो सकती है।

डॉ. चौधरी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि 2003 के बाद जिनके नाम मतदाता सूची में जोड़े गए हैं, उन्हें अपने फॉर्म के साथ अपने माता-पिता का दस्तावेज भी संलग्न करना चाहिए। यदि किसी महिला की नई शादी हुई है, तो उसे अपने माता-पिता का दस्तावेज नाम जोड़वाने के लिए साथ लाना चाहिए।

उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी ने बताया कि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को भागलपुर जिला के सभी सरपंचों और मुखियाओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की जाएगी।

इसके अलावा, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने 153- गोपालपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र और 152- बिहपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के कई मतदान केंद्रों का दौरा किया। वहां उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से बीएलओ द्वारा भरे जा रहे गणना प्रपत्र के संदर्भ में फीडबैक लिया और सही तरीके से प्रपत्र अपलोड करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

Point of View

NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण क्या है?
मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण एक प्रक्रिया है जिसके तहत मतदाता सूची को अपडेट किया जाता है ताकि सही और अद्यतन जानकारी सुनिश्चित की जा सके।
बीएलओ का क्या कार्य है?
बीएलओ का कार्य मतदाता सूची के लिए फॉर्म भरना और उन्हें सही प्रमाण के साथ इकट्ठा करना है।
क्या मैं बिना प्रमाण के फॉर्म जमा कर सकता हूँ?
नहीं, आपको अपने फॉर्म के साथ प्रमाण प्रस्तुत करना आवश्यक है।
अगर मैं अपना फॉर्म नहीं भर पा रहा हूँ तो क्या करूँ?
आप बीएलओ से सहायता ले सकते हैं जो आपको फॉर्म भरने में मदद करेंगे।
मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए क्या आवश्यक है?
आपको अपने माता-पिता का दस्तावेज और अन्य आवश्यक प्रमाण के साथ फॉर्म जमा करना होगा।