क्या भाई दूज पर मेरठ जेल में बहनों ने भाइयों को तिलक किया?

सारांश
Key Takeaways
- भाई दूज पर बहनों ने भाइयों को तिलक किया।
- जेल में विशेष व्यवस्थाएं की गईं।
- 4 से 5 हजार बहनें आईं।
- भावनात्मक पल देखे गए।
- परिवार का रिश्ता सबसे महत्वपूर्ण है।
मेरठ, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। देशभर में आज भाई-बहन के रिश्ते का पावन पर्व भाई-दूज मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए तिलक करती हैं।
इस खास अवसर पर मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में भाई दूज के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। जेल प्रशासन ने एनजीओ की मदद से बहनों के लिए तैयारी की है। कई बहनें अपने भाइयों से मिलकर भावुक हो गईं।
जिला जेल में भाई दूज पर कई सुविधाएं दी गईं। जेल प्रशासन ने परिवार से मिलने आए लोगों के लिए कुर्सी-टेबल और जलपान का प्रबंध किया है। प्रशासन का अनुमान है कि आज 4 से 5 हजार बहनें अपने भाइयों का तिलक करने के लिए आ सकती हैं। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में बहनों को भाइयों से मिलवाया जा रहा है।
मेरठ कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "त्योहार के मद्देनजर बड़ी संख्या में बहनें जेल आ रही हैं और मुलाकात का समय भी बढ़ा दिया गया है। बहनें अपने भाइयों से सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मिल सकती हैं।"
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ बहनें स्वयं कारागार में बंद हैं और उनके भाई उनसे मिलने आ रहे हैं। जिन बहनों के भाई नहीं आ पाएंगे, वे हर साल की तरह मुझसे तिलक करेंगी।
यह उल्लेखनीय है कि हर साल मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में रक्षाबंधन और भाई दूज पर बहनों और परिवार वालों के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है, ताकि जेल में बंद कैदी या विचाराधीन कैदी अपने परिवार से त्योहार पर मिल सकें। परिवार वालों को कड़ी सुरक्षा में नंबर के साथ अंदर भेजा जाता है और सीमित समय के लिए बातचीत करने का मौका मिलता है।