क्या भविष्य में ऐसी नीति बनेगी, जिससे भारत और अमेरिका के बीच आपसी व्यापार को बढ़ावा मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- भारत और अमेरिका के बीच 120 अरब डॉलर का व्यापार है।
- अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया है।
- भविष्य में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियाँ बनाई जा सकती हैं।
- भारत अमेरिका से पेट्रोल, गोल्ड, केमिकल्स का आयात करता है।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने भविष्य में दोनों देशों के बीच एक ऐसी नीति की संभावना पर चर्चा की, जो दोनों देशों के व्यापार को और अधिक बढ़ावा दे सके।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "पूरी दुनिया में अमेरिका, भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों के बीच करीब 120 अरब डॉलर का व्यापार होता है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में राष्ट्रपति ट्रंप ऐसी नीतियाँ बनाएंगे, जो दोनों देशों के बीच व्यापार को और बढ़ावा देंगी। इससे व्यापारिक घरानों, उद्योगों, छोटे उद्योगों और एमएसएमई को लाभ होगा। मुझे उम्मीद है कि अमेरिका की सरकार भारत के लिए सबसे रियायती टैरिफ को लागू करेगी।"
उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका भारत का दूसरा नंबर का ट्रेड पार्टनर है। दोनों देशों के व्यापार, कंपनियों, छोटे उद्योगों और कृषि को एक-दूसरे की आवश्यकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि यदि अमेरिका किसी को सबसे अच्छा ट्रीटमेंट देगा, तो वह भारत को ही देगा।"
गौरव वल्लभ ने कहा, "भारत अमेरिका से जिन चार-पांच चीजों का आयात करता है, उनमें पेट्रोल, गोल्ड, केमिकल्स और कुछ इंजीनियरिंग उत्पाद शामिल हैं। वहीं, भारत जो एक्सपोर्ट करता है, उसमें रत्न, रिफाइंड पेट्रोल और कृषि के उत्पाद मुख्य हैं। इन सभी व्यापार की बदौलत आज भारत अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। मुझे उम्मीद है कि अमेरिका भारत के साथ ऐसी नीति अपनाएगा, जो व्यापार के अनुकूल हो।
वास्तव में, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ और अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह निर्णय 1 अगस्त से लागू होगा। यह घोषणा ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर की। ट्रंप ने कहा कि यह निर्णय भारत द्वारा रूस से सैन्य उपकरण और ऊर्जा खरीदने के मुद्दे को लेकर भी लिया गया है।
ट्रंप ने कहा, “याद रखें, भले ही भारत हमारा मित्र है, लेकिन वर्षों से हमने भारत के साथ अपेक्षाकृत बहुत कम व्यापार किया है, क्योंकि उनके टैरिफ बहुत अधिक हैं।”