क्या भारत और ओमान का संबंध प्राचीन सिंधु सभ्यता जितना पुराना है?

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क्या भारत और ओमान का संबंध प्राचीन सिंधु सभ्यता जितना पुराना है?

सारांश

भारत और ओमान के बीच संबंध प्राचीन समय से जुड़े हुए हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति और सहयोग की गहरी जड़ें हैं। यह लेख इन संबंधों की विस्तार से चर्चा करता है। क्या आप जानते हैं कि ओमान में भारत का खासी पहचान है?

Key Takeaways

  • भारत और ओमान के बीच प्राचीन संबंध हैं।
  • ओमान में भारतीय समुदाय की संख्या काफी अधिक है।
  • द्विपक्षीय व्यापार 10.61 बिलियन डॉलर का है।
  • दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता संभावित है।
  • ओमान भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है।

नई दिल्ली, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और ओमान के बीच गहरा संबंध है। दोनों देश एक-दूसरे के साथ भौगोलिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से जुड़े हुए हैं। इन दोनों देशों के बीच 1955 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे, जो 2008 में रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित हो गए।

ओमान का क्षेत्रफल लगभग 309,500 वर्ग किलोमीटर है, और इसकी जनसंख्या 15 अगस्त 2025 तक 7,910,679 होने का अनुमान है। ओमान में बड़ी संख्या में प्रवासी निवास करते हैं, जिनमें भारतीयों की संख्या भी उल्लेखनीय है।

ओमान में लगभग सात से आठ लाख भारतीय समुदाय के लोग निवास करते हैं। ओमान और भारत के बीच समुद्री व्यापार प्राचीन सिंधु-सभ्यता के समय से चलता आ रहा है। गुजरात, कच्छ, केरल और महाराष्ट्र के व्यापारी सदियों से ओमान के बंदरगाहों पर आते-जाते रहे हैं।

ओमानी लोग भारत में मसाले, वस्त्र, मोती और धातुओं का व्यापार करते थे। ओमान में भारतीय संगीत, फिल्में और नृत्य को भी बेहद पसंद किया जाता है। यहाँ भारतीय पर्व-त्योहार भी धूमधाम से मनाए जाते हैं। ओमान के खानपान में करी, मसाले, बिरयानी, चपाती, समोसा जैसी भारतीय चीजें बहुत लोकप्रिय हैं।

ओमान में शाही परिवारों का इतिहास भी भारत से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि ओमान के कुछ शाही परिवारों के पूर्वज भारत के गुजरात के कच्छ क्षेत्र से जुड़े थे।

दोनों देश सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) के तहत कला, शिक्षा, विरासत संरक्षण और खेलों में सहयोग करते हैं। हाल ही में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के प्रयासों का संकेत दिया था। ओमान के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) करने की तैयारी भी चल रही है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था, "भारत ऐसे सभी देशों के साथ अपने रिश्ते मजबूत कर रहा है, जिनसे व्यापार के नए रास्ते खुल सकते हैं। ध्यान रहे कि भारतीय समुदाय के लोग करीब 150-200 साल से भी अधिक समय से ओमान में रह रहे हैं। अब ओमान में करीब 7 लाख भारतीय निवास करते हैं।"

उन्होंने बताया कि ओमान के साथ एफटीए पर तेजी से बातचीत चल रही है और इसे जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। यह समझौता भारत और ओमान दोनों देशों के लिए विन-विन डील होगी।

ओमान, भारत के लिए खाड़ी देशों में अहम व्यापारिक भागीदार है। यदि यह समझौता हो जाता है तो भारत को ओमान में अपने प्रोडक्ट्स के लिए मार्केट का विस्तार करने का अवसर मिलेगा। इससे कारोबारियों को भी काफी लाभ होगा। भारत के निर्यात में तेजी आएगी, निवेश के अवसर बढ़ेंगे और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, मिडिल ईस्ट में भारत की आर्थिक पकड़ को भी मजबूती मिलेगी।

दोनों देशों के बीच वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 10.61 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है। भारत ओमान से कच्चा तेल, एलएनजी, पेट्रोलियम आधारित उत्पाद, एल्युमिनियम, कॉपर, आयरन, फर्टिलाइजर, मशीनपार्ट्स, खजूर, सीफूड समेत अन्य चीजें आयात करता है।

भारत ओमान को चावल, अनाज और अन्य खाद्य सामग्री, ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स, लोहा और इस्पात उत्पाद, दवाइयां और फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल, परिधान और कपड़ा उत्पाद, बिजली उपकरण, फर्नीचर और घरेलू सामान निर्यात करता है। भारत और ओमान के बीच ऊर्जा, व्यापार, संस्कृति और सुरक्षा के क्षेत्रों में मजबूत संबंध हैं।

Point of View

बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक भी है। ऐसे समय में जब वैश्विक व्यापार के नए रास्ते खुल रहे हैं, भारत और ओमान का यह संबंध दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंध कब स्थापित हुए थे?
भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंध 1955 में स्थापित हुए थे।
ओमान में भारतीय प्रवासियों की संख्या कितनी है?
ओमान में लगभग 7 से 8 लाख भारतीय प्रवासी निवास करते हैं।
भारत और ओमान के बीच व्यापार कैसे बढ़ रहा है?
दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है, जिससे व्यापार बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं।
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