क्या भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच निरस्त्रीकरण और सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत का 7वां राउंड महत्वपूर्ण है?

Click to start listening
क्या भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच निरस्त्रीकरण और सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत का 7वां राउंड महत्वपूर्ण है?

सारांश

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच निरस्त्रीकरण और सुरक्षा मुद्दों पर हुई महत्वपूर्ण वार्ता का सातवां दौर, नई दिल्ली में आयोजित हुआ। इस वार्ता का उद्देश्य वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा में सुधार करना है। जानें इस संवाद के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • निरस्त्रीकरण पर जोर और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों की चर्चा।
  • एआई का सैन्य उपयोग और इसके प्रभावों पर विचार।
  • अंतरिक्ष सुरक्षा के लिए नए उपायों पर चर्चा।
  • वैश्विक स्थिरता के लिए साझा दृष्टिकोण का विकास।
  • भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गहरी समझ और सहयोग की संभावना।

नई दिल्ली, १२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच निरस्त्रीकरण, प्रसार-निरोध और निर्यात नियंत्रण पर सातवें दौर की वार्ता मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित की गई। यह संवाद दोनों देशों के बीच सुरक्षा, शांति और वैश्विक स्थिरता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

बैठक में दोनों पक्षों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। इसमें परमाणु, रासायनिक और जैविक हथियारों का निरस्त्रीकरण और इन हथियारों के प्रसार निरोध से जुड़े मुद्दे शामिल थे।

इसके साथ ही अंतरिक्ष सुरक्षा से जुड़े मामलों पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया, ताकि भविष्य में अंतरिक्ष का उपयोग केवल शांति और विकास के लिए हो सके।

वार्ता में पारंपरिक हथियारों और सैन्य क्षेत्र में एआई के इस्तेमाल पर भी चर्चा हुई। यह मुद्दा इसलिए अहम है क्योंकि एआई का इस्तेमाल आने वाले समय में युद्ध और सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव ला सकता है। इसके अलावा, बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण प्रणालियों पर भी विचार हुआ, ताकि खतरनाक हथियारों और संवेदनशील तकनीकों को गलत हाथों में जाने से रोका जा सके।

इस संवाद का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच एक-दूसरे के दृष्टिकोण को बेहतर तरीके से समझना और वैश्विक घटनाक्रमों पर साझा दृष्टिकोण विकसित करना था।

बैठक में हुई चर्चाओं से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच समझ और सहयोग ज्यादा गहरा होगा, जिससे भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मुआनपुई सैयावी, संयुक्त सचिव (निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों), विदेश मंत्रालय ने किया। उन्होंने भारत की नीतियों और दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से सामने रखा और भविष्य में सहयोग के नए रास्ते सुझाए।

वहीं, ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वैनेसा वुड, राजदूत (हथियार नियंत्रण और प्रसार-निरोध), विदेश और व्यापार विभाग ने किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की ओर से वैश्विक शांति, सुरक्षा और निरस्त्रीकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।

Point of View

बल्कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वार्ता का उद्देश्य क्या है?
इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच सुरक्षा, शांति और वैश्विक स्थिरता को मजबूत करना है।
इस वार्ता में किन मुद्दों पर चर्चा की गई?
बैठक में निरस्त्रीकरण, एआई के उपयोग, अंतरिक्ष सुरक्षा और बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण पर चर्चा की गई।