क्या अंग्रेज अधिकारी के सुझाव से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई? जिसमें भाग लेते हैं चुनिंदा देश

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क्या अंग्रेज अधिकारी के सुझाव से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई? जिसमें भाग लेते हैं चुनिंदा देश

सारांश

कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्देश्य खेलों के माध्यम से मित्रता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। यह खेलों का एक ऐसा मंच है, जहां विभिन्न देशों के खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करते हैं। जानिए इस खेल की शुरुआत, भारत की भागीदारी और भविष्य की मेज़बानी के बारे में।

Key Takeaways

  • कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्देश्य खेलों के माध्यम से मित्रता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।
  • यह खेल 1930 में शुरू हुआ और हर 4 वर्ष आयोजित होता है।
  • भारत ने 2010 में इसकी मेज़बानी की और अब 2030 में फिर से मेज़बानी करेगा।
  • भारत ने 101 पदक जीतकर 2010 में सबसे सफल अभियान चलाया।
  • कॉमनवेल्थ गेम्स में 72 देश भाग लेते हैं।

नई दिल्ली, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कॉमनवेल्थ गेम्स का मुख्य उद्देश्य खेल विविधता, मित्रता और खेल भावना को बढ़ावा देना है, जो देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को मजबूत करता है। ओलंपिक की तरह, कॉमनवेल्थ गेम्स में भी कई लोकप्रिय खेल शामिल होते हैं, जिनमें खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलता है।

कॉमनवेल्थ गेम्स में वही देश भाग लेते हैं, जिन पर ब्रिटेन ने शासन किया। इस खेल का सुझाव अंग्रेज अधिकारी जॉन एश्ले कूपर ने दिया था, और तभी से कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत हुई।

साल 1930 में कनाडा में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन हुआ। इसके बाद से हर 4 वर्ष में इसका आयोजन किया जाता है। हालांकि, विश्व युद्ध के कारण 1942 से 1946 के बीच इन खेलों का आयोजन नहीं हो सका।

हैमिल्टन में हुए पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में 11 देशों और क्षेत्रों ने भाग लिया था। आज, इस खेल में 72 देश शामिल होते हैं।

भारत ने 1934 में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लिया, जिसमें दो खेलों में भारत ने अन्य देशों को चुनौती दी थी। राशिद अनवर भारत की ओर से पहला कॉमनवेल्थ मेडल जीतने वाले खिलाड़ी बने, जिन्होंने रेसलिंग में यह पदक जीता।

साल 1954 से 1966 तक इसे 'ब्रिटिश एंपायर गेम्स' के नाम से जाना जाता था। इसके बाद 1970 में इसे 'ब्रिटिश कॉमनवेल्थ गेम्स' के रूप में पहचाना गया, और 1978 में इसका नाम बदलकर 'कॉमनवेल्थ गेम्स' किया गया।

भारत ने 2010 में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की, जो कि नई दिल्ली में आयोजित हुआ था। अब भारत को दो दशकों बाद कॉमनवेल्थ गेम्स की मेज़बानी का मौका मिला है। अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन होगा।

कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 अब तक भारत का सबसे सफल अभियान रहा है, जिसमें उसने 101 पदक जीतकर मेडल टैली में दूसरा स्थान प्राप्त किया। यह एकमात्र बार था जब भारत ने एक संस्करण में 100 से ज्यादा पदक जीते।

कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 में 15 से 17 खेल खेले जाएंगे। वर्ष 2030 का संस्करण सेंटेनरी कॉमनवेल्थ गेम्स के नाम से भी जाना जाएगा। इसमें शामिल किए जाने वाले खेलों में टी20 क्रिकेट, आर्चरी, शूटिंग, स्क्वैश, बैडमिंटन और अन्य खेल शामिल हैं।

उम्मीद की जा रही है कि जब भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन होगा, तो भारतीय खिलाड़ी एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेंगे और देश 100 से ज्यादा पदक जीतकर मेडल टैली में अपनी धाक जमा सकेगा।

Point of View

बल्कि देशों के बीच सांस्कृतिक समझ को भी विकसित करता है। भारत की भूमिका और उसकी मेज़बानी इस खेल के महत्व को और बढ़ाते हैं। भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिभा और मेहनत से हमें गर्व है, और हम आगामी गेम्स में उनकी सफलता की कामना करते हैं।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्देश्य क्या है?
कॉमनवेल्थ गेम्स का उद्देश्य खेल विविधता, मित्रता और खेल भावना को बढ़ाना है।
कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत कब हुई?
कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत 1930 में कनाडा में हुई थी।
भारत ने पहली बार कब कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लिया?
भारत ने पहली बार 1934 में कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लिया।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन कहाँ होगा?
कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 का आयोजन अहमदाबाद में होगा।
कॉमनवेल्थ गेम्स में कितने देश भाग लेते हैं?
आज कॉमनवेल्थ गेम्स में 72 देश भाग लेते हैं।
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