क्या भारत ईरान और इजरायल में फंसे नागरिकों को सुरक्षित लाएगा? : इमरान मसूद

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने नागरिकों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
- ईरान में 10,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं।
- इजरायल में भी बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक फंसे हैं।
- विदेश मंत्रालय सभी प्रयास कर रहा है कि लोगों को सुरक्षित लाया जाए।
- राजनीतिक बयानबाजी के बीच नागरिकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने ईरान और इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों की गंभीर स्थिति पर चिंता प्रकट की है, जो कि युद्ध के चलते उत्पन्न हुई है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर लोगों की सुरक्षित वापसी की मांग की है।
इमरान मसूद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ईरान और इजरायल में कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं और ऐसे समय में अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है। लगभग 10,000 भारतीय ईरान में हैं, जिनमें से विदेश सचिव ने बताया कि करीब 2,500 ने लौटने की इच्छा व्यक्त की है। अब तक 1,713 लोग वापस आ चुके हैं। कल दो और उड़ानें आ रही हैं और परसों एक और उड़ान आने वाली है। इसी प्रकार इजरायल में भी बड़ी संख्या में भारतीय फंसे हुए हैं। उन्हें भी जल्द ही भारत वापस लाने का प्रयास किया जाएगा।
पंजाब उपचुनाव में जीत के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस के कारण चुनाव में हार का सामना किया। उन्होंने कांग्रेस पर बीजेपी को जीतने में मदद करने का आरोप लगाया। इस पर इमरान मसूद ने पलटवार करते हुए कहा कि पहले यह तय करना चाहिए कि उन्हें भाजपा से लड़ना है या कांग्रेस से।
उन्होंने कहा कि चुनावी परिणाम जनता के हाथ में है। हमारा कार्य मेहनत करना है और हम जनता के बीच जाकर पार्टी की विचारधारा के लिए काम कर रहे हैं। हमें राहुल गांधी के अलावा कोई अन्य विकल्प नजर नहीं आता।
कांग्रेस नेता मोहम्मद निजामुद्दीन ने कहा कि हमने उत्तराखंड के मेंगलुरु, हरिद्वार और देश के अन्य हिस्सों से विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव से मुलाकात की है, जो ईरान, इराक और इजरायल में फंसे हुए हैं। हमने उनकी सुरक्षित भारत वापसी की मांग की और विदेश सचिव ने आश्वासन दिया कि सभी को जल्द से जल्द वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। फंसे हुए लोगों को वहां सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी और उनकी वापसी सुनिश्चित की जाएगी।
मोहम्मद निजामुद्दीन ने अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस हरियाणा में मिली हार के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकती। दिल्ली की जनता ने उन्हें नकार दिया है, इसलिए वह ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जो गलत हैं। वह जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह भारतीय जनता पार्टी की भाषा है। यह स्पष्ट है कि वह भाजपा के टूल बन गए हैं।