क्या भारत में बंगाली हिंदू असुरक्षित हैं? कीर्ति आजाद का बयान
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर कीर्ति आजाद की प्रतिक्रिया।
- भारतीय घटनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना।
- महात्मा गांधी का योगदान कभी मिट नहीं सकता।
पटना, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कीर्ति आजाद ने सोमवार को बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हत्या की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। कीर्ति आजाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसी अन्य देश की घटनाओं पर टिप्पणी देने से पहले हमें भारत में हो रही घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
टीएमसी सांसद ने कहा कि केरल में एक व्यक्ति को बांग्लादेशी बताकर मार दिया गया। हमारे देश में बंगाली हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। यहाँ तक कि बंगला बोलने वालों को भी देश के भीतर ही पीटा जाता है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पश्चिम बंगाल के लोग, जो भारतीय हैं, उन्हें बांग्लादेशी न कहा जाए।
कीर्ति आजाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठिए बंगाल से भारत में आते हैं, लेकिन यह पूछते हैं कि अमित शाह कौन हैं?
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री का कर्तव्य है कि वे बीएसएफ, सीआरपीएफ और अन्य केंद्रीय बलों की निगरानी करें। लेकिन यहाँ तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत सच हो रही है।
नुसरत परवीन के मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर टीएमसी सांसद ने कहा कि गिरिराज सिंह कौन हैं? उनसे कोई भी मिलना नहीं चाहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के समय उनके घर से 9 करोड़ रुपए कैश मिले थे। ये लोग जश्न मनाते हैं और खुद को हिंदू कहते हैं।
टीएमसी सांसद ने पश्चिम बंगाल में 'कर्मश्री' योजना का नाम बदलकर 'महात्मा श्री योजना' करने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को मिटाने की कितनी भी कोशिश की जाए, लेकिन उनका नाम और योगदान हमेशा जीवित रहेगा। महात्मा गांधी से बड़ा कोई नहीं है, उनका नाम कभी खत्म नहीं होगा।