क्या भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर लोगों का जीवन आसान बनाने की दिशा में बैठक की?
सारांश
Key Takeaways
- जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारी के बीच संवाद बढ़ा।
- सामाजिक सुरक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा पर जोर।
- सुविधा केंद्र की स्थापना से स्थानीय सेवाएं सुधरेंगी।
- स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था।
- बच्चों में मेहनत करने की प्रवृत्ति विकसित करने पर बल दिया गया।
भागलपुर, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भागलपुर के समीक्षा भवन में, सात निश्चय-3 के अंतर्गत, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की।
इस बैठक में, आम नागरिकों को उनके दैनिक जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए आवश्यक सुधारों पर चर्चा की गई। कई प्रतिनिधियों ने सुझाव दिए, जैसे कि हर सप्ताह विद्यालय के शिक्षकों के साथ अभिभावकों की बैठक आयोजित की जाए।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराई जाए और विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड स्तर पर चिकित्सीय जांच की व्यवस्था की जाए। कबीर अंत्येष्टी अनुदान योजना के लिए त्वरित भुगतान के लिए पंचायत स्तर पर आकस्मिक निधि की व्यवस्था होनी चाहिए।
बैठक में अन्य सुझावों में शामिल हैं: गोबर गैस प्लांट की स्थापना, 7-8 पंचायतों में सुविधा केंद्र की स्थापना, और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वृद्ध एवं विकलांगों के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान कहा कि हमें सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए अपनी कार्य संस्कृति और जीवन शैली में बदलाव लाना होगा। बच्चों में मेहनत करने की प्रवृत्ति विकसित करनी होगी और यह बदलाव अपने घर से ही शुरू करना होगा।
ज्ञातव्य है कि सात निश्चय-3 योजना वर्ष 2025 से 2030 के लिए बनाई गई है, जिसके अंतर्गत रोजगार, आय, उद्योग, कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण लक्ष्य शामिल हैं।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, नगर आयुक्त शुभम कुमार, सहायक समाहर्ता जतिन कुमार, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता सहित सभी प्रखंड पदाधिकारी, पंचायत के मुखिया और नगर निगम भागलपुर के वार्ड पार्षद भी उपस्थित थे।