क्या भारत ने महिलाओं के स्वास्थ्य में तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए?
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं का स्वास्थ्य प्राथमिकता में है।
- गिनीज रिकॉर्ड से अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली।
- स्वास्थ्य शिविरों में 19.7 लाख से अधिक आयोजन हुए।
- निवारक स्वास्थ्य सेवाएं पर जोर दिया गया।
- भविष्य में ऐसे कार्यक्रम जारी रहेंगे।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को अपने 'एक्स' सोशल मीडिया हैंडल पर एक महत्वपूर्ण सूचना साझा की है। भारत ने महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए चलाए गए एक राष्ट्रव्यापी अभियान में तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। यह उपलब्धि देश की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अभियान का नाम है- स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान। इसे पोषण माह के साथ जोड़कर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना था। इसके साथ ही बीमारियों की पहचान में तेजी लाना, आवश्यक उपचार की उपलब्धता सुनिश्चित करना और परिवारों को सशक्त बनाना था।
इस अभियान के अंतर्गत देशभर के सभी जिलों में 19.7 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इन शिविरों में 11 करोड़ से अधिक लोगों ने भाग लिया। यहां महिलाओं की जांच, दवाइयां, पोषण संबंधी सलाह और अन्य सेवाएं निःशुल्क प्रदान की गईं। यह सब कुछ निवारक स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए किया गया था, यानी बीमारी आने से पहले ही रोकथाम।
जेपी नड्डा ने कहा कि ये रिकॉर्ड महिलाओं के प्रति सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित यह अभियान 'सेवा और भारत प्रथम' की भावना पर आधारित है। इससे एक स्वस्थ महिला, मजबूत परिवार और विकसित भारत का सपना साकार हो रहा है।
ये तीनों रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। ये उपलब्धियां केवल संख्याओं में बड़ी नहीं हैं, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने में भी सफल रही हैं। अभियान ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को कवर किया, ताकि हर महिला तक पहुंच बनाई जा सके।
सरकार का दावा है कि ऐसे कार्यक्रमों से एनीमिया, कुपोषण और मातृ मृत्यु दर जैसी समस्याएं कम होंगी। ऐसे कार्यक्रम आगे भी जारी रहेंगे।