क्या भारत-स्पेन की 8वीं विदेश कार्यालय परामर्श बैठक से व्यापार और पर्यटन में सुधार होगा?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और स्पेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा
- मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट में प्रगति
- 2026 में सांस्कृतिक और पर्यटन वर्ष का आयोजन
- आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एकजुटता
- उच्च स्तरीय संवाद और सहयोग की अपेक्षा
नई दिल्ली, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को भारत-स्पेन की 8वीं विदेश कार्यालय परामर्श बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज ने किया, जबकि स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्पेन के विदेश और वैश्विक मामलों के राज्य सचिव डिएगो मार्टिनेज बेलियो ने किया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस चर्चा के दौरान दोनों प्रतिनिधिमंडल ने राजनीतिक, आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों के साथ-साथ बुनियादी ढांचा, रेलवे, रक्षा और सुरक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक, पर्यटन तथा लोगों के बीच संबंधों की समीक्षा की। दोनों पक्षों ने मेक इन इंडिया सी-295 परियोजना में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि 2026 में भारत-स्पेन संस्कृति, पर्यटन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता वर्ष के रूप में मनाना द्विपक्षीय सहयोग को सुदृढ़ करने का एक सकारात्मक अवसर होगा। स्पेन भारतीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य है, जहां हर साल लगभग 2,50,000 भारतीय पर्यटक आते हैं। वहीं, भारत आने वाले स्पेनिश पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है और यह 80,000 से अधिक हो गई है।
दोनों पक्षों ने भारत-यूरोपीय संघ के बीच बढ़ते रणनीतिक सहयोग पर भी खुशी जताई और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। भारत ने आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की अपनी नीति को दोहराया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इबेरो-अमेरिकन सम्मेलन में सहयोगी पर्यवेक्षक के रूप में शामिल होने में स्पेन सरकार के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि अक्टूबर 2024 में राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज की भारत यात्रा और जनवरी 2025 में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की स्पेन यात्रा के बाद, भारत और स्पेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तेजी से प्रगाढ़ता देखने को मिली है। दोनों पक्ष उच्च स्तरीय बातचीत और आदान-प्रदान को बनाए रखने के साथ-साथ व्यापार, निवेश, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, दृश्य-श्रव्य सह-निर्माण और सतत शहरी विकास में नियमित बैठकों की आशा करते हैं।
विदेश कार्यालय परामर्श का अगला दौर स्पेन में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथियों पर आयोजित किया जाएगा।