क्या एलन मस्क ने चांदी की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई?

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क्या एलन मस्क ने चांदी की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई?

सारांश

चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी पर एलन मस्क ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि चांदी का उपयोग कई इंडस्ट्रियल प्रोसेस में हो रहा है। क्या यह बढ़ती कीमतें सभी उद्योगों को प्रभावित करेंगी? जानें इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • चांदी की कीमतों में तेज वृद्धि हो रही है।
  • एलन मस्क ने इसकी चिंता जताई है।
  • चांदी का उपयोग कई इंडस्ट्रियल प्रोसेस में होता है।
  • निवेश मांग और सप्लाई में कमी के कारण कीमतें बढ़ रही हैं।
  • विश्लेषकों का मानना है कि यह एक अस्थिर बाजार हो सकता है।

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने चांदी के कीमतों में हो रही एकतरफा बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि चांदी का कई इंडस्ट्रियल प्रोसेस में उपयोग हो रहा है।

मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर चांदी की कीमतों की बढ़ोतरी को लेकर कहा, "यह सही नहीं है। चांदी का कई इंडस्ट्रियल प्रोसेस में उपयोग होता है।"

चांदी की बढ़ती कीमतों ने पूरी इंडस्ट्री में चिंता का माहौल बना दिया है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर और अन्य उत्पादों जैसे ईवी आदि में बड़े पैमाने पर उपयोग की जाती है।

सोशल मीडिया पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा, "मैंने आप सभी को चेतावनी दी थी। आप जानते हैं कि यह बुरा है जब एलन मस्क चांदी की कीमतों की इतनी अधिक बढ़ोतरी को लेकर चिंतित हैं।"

चांदी की कीमतों में तेजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखी जा रही है, जहां चांदी का भाव 75 डॉलर प्रति औंस है।

घरेलू बाजार में भी चांदी की कीमतें उच्चतम स्तर पर बनी हुई हैं, और एमसीएक्स पर इंट्राडे में यह 2,54,174 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी।

विश्लेषकों ने कहा कि निवेश मांग, सप्लाई में कमी और बढ़ती इंडस्ट्रियल मांग के कारण चांदी की कीमतों में वृद्धि ने सोने और अन्य बड़े स्टॉक्स को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि चांदी के पास सोने की तरह बड़े रिजर्व नहीं हैं।

इसके अतिरिक्त, छुट्टियों के दौरान कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण कीमतों में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक वाहनों और डेटा सेंटर्स में चांदी के इंडस्ट्रियल उपयोग ने इन्वेंट्री को कम कर दिया है।

चांदी ने 2025 में सालाना आधार पर लगभग 158 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है, लेकिन एक्सिस म्यूचुअल फंड की एक हालिया रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि ओवरवैल्यूएशन के कारण ईटीएफ से पैसा निकल सकता है या तांबे की कीमतों में गिरावट का असर चांदी की कीमतों पर भी पड़ सकता है।

Point of View

जो न केवल निवेशकों के लिए चिंता का विषय हैं बल्कि उद्योगों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। एक राष्ट्रीय संपादक के रूप में, हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चांदी की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव हमारे अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित कर सकता है।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

एलन मस्क ने चांदी की कीमतों को लेकर क्या कहा?
एलन मस्क ने कहा कि चांदी की कीमतों में हो रही एकतरफा बढ़ोतरी सही नहीं है और इसका उपयोग कई इंडस्ट्रियल प्रोसेस में हो रहा है।
चांदी की कीमतें कितनी बढ़ गई हैं?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी का भाव 75 डॉलर प्रति औंस और घरेलू बाजार में 2,54,174 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है।
चांदी की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
निवेश मांग, सप्लाई में कमी और बढ़ती इंडस्ट्रियल मांग के कारण चांदी की कीमतों में वृद्धि हो रही है।
क्या चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं?
विश्लेषकों का मानना है कि चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं, लेकिन ओवरवैल्यूएशन के कारण भी गिरावट संभव है।
एलन मस्क की चिंता का क्या असर होगा?
उनकी चिंता से निवेशकों के बीच अस्थिरता पैदा हो सकती है और चांदी के बाजार पर प्रभाव पड़ सकता है।
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