क्या भारत 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा?
सारांश
Key Takeaways
- भारत की जीडीपी 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर पहुँचने की संभावना है।
- जापान को पीछे छोड़कर भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
- निजी क्षेत्र की भागीदारी से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
- सरकार ने कई व्यापारिक समझौते किए हैं।
- भारत का निर्यात 418.91 अरब डॉलर तक पहुँच गया है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत अब 4.18 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। अनुमान है कि अगले 2.5 से 3 वर्षों में जर्मनी को पछाड़कर तीसरी रैंक प्राप्त कर लेगा और 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह जानकारी सोमवार को एक आधिकारिक बयान में साझा की गई।
भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से प्रगति कर रही है। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर छह तिमाही के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूत बनी हुई है।
बयान में कहा गया है, "भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और इस गति को बनाए रखने के लिए अच्छी स्थिति में है। 2047 तक - अपनी आजादी के सौवें साल तक - उच्च मध्यम-आय वाले देश बनने की महत्वाकांक्षा के साथ, देश आर्थिक विकास, संरचनात्मक सुधारों और सामाजिक प्रगति की मजबूत नींव पर आगे बढ़ रहा है।"
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान पहले के 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.3 प्रतिशत कर दिया है।
भारत की घरेलू ग्रोथ कई कारकों से बढ़ रही है, जिसमें मजबूत घरेलू मांग, इनकम टैक्स और गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) का सरलीकरण, कच्चे तेल की कम कीमतें, सरकारी पूंजीगत खर्च, और अनुकूल मौद्रिक एवं वित्तीय स्थितियाँ शामिल हैं, जिन्हें कम महंगाई का भी समर्थन मिल रहा है।
बयान में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की गति में निजी क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और लगातार ग्रोथ को सपोर्ट कर रहा है।
इसके अलावा, सरकार देश के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अन्य देशों के साथ व्यापारिक समझौते कर रही है। 2025 में सरकार ने यूके, ओमान और न्यूजीलैंड के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) किया है।
चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान भारत के सामान और सेवाओं का कुल निर्यात बढ़कर रिकॉर्ड 418.91 अरब डॉलर हो गया है। इसमें पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.86 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।