क्या मणिकम टैगोर को आरएसएस के खिलाफ अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- आरपी सिंह ने चेतावनी दी कि मणिकम को माफी मांगनी होगी।
- आरएसएस की तुलना करना विवाद का कारण बना।
- भाजपा का मानना है कि आरएसएस देशभक्तों का संगठन है।
- कांग्रेस का रुख राजद्रोहियों के प्रति नरम है।
- मणिकम टैगोर को अपने बयान को वापस लेना चाहिए।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर के आरएसएस के खिलाफ दिए गए विवादास्पद बयान पर मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मणिकम टैगोर को माफी मांगनी होगी, अन्यथा उन्हें सजा भुगतने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में आरपी सिंह ने कहा, "आरएसएस एक राष्ट्रवादी विचारधारा का संगठन है। मणिकम टैगोर ने आरएसएस की तुलना अल-कायदा से की है। टैगोर को अपनी भाषा के लिए मानहानि मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्हें माफी मांगनी होगी, वरना वे सजा भुगतने के लिए भी तैयार रहें।"
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस पार्टी गांधी और वाड्रा परिवार के दायरे से बाहर नहीं जा सकती, जबकि भाजपा में एक बूथ कार्यकर्ता भी राष्ट्रीय स्तर पर काम कर सकता है। यही दोनों दलों के बीच का अंतर है।"
भाजपा सांसद नरेश बंसल ने मणिकम टैगोर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आरएसएस देशभक्तों का संगठन है। आरएसएस अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर रहा है। कोई भी ऐसी घटना नहीं बता सकता जहां आरएसएस ने हत्या या हिंसा का कार्य किया हो।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी मणिकम टैगोर को जवाब देते हुए कहा, "कांग्रेस का रुख राष्ट्रवादियों के प्रति गर्म और राजद्रोहियों के प्रति नरम रहा है। इसके कई उदाहरण देखने को मिले हैं। जब-जब राजद्रोहियों को सजा मिलती है, तब कांग्रेस चीखती है।"
भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने मणिकम टैगोर पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस ने देश, समाज और संस्कृति के लिए जो बलिदान दिया है, वह कांग्रेस पार्टी अपनी सात पीढ़ियों में कभी नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा कि टैगोर से अनुरोध है कि वह अपने बयान को वापस लें और माफी मांगें।