क्या अनु मलिक ने रोते-रोते 'बॉर्डर' का आइकॉनिक गाना 'संदेशे आते हैं' बनाया?
सारांश
Key Takeaways
- अनु मलिक ने गाने में गहरे इमोशंस का समावेश किया।
- 'संदेशे आते हैं' गाना बॉर्डर फिल्म का आइकॉनिक गाना है।
- गाने के लिए सोनू निगम और रूप सिंह राठौर का चयन किया गया था।
- गाने को रोते हुए बनाने का एक संघर्षपूर्ण अनुभव रहा।
- गाने की धुन को 7-8 मिनट में तैयार किया गया था।
मुंबई, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सनी देओल, दिलजीत दोसांझ, अहान शेट्टी और वरुण धवन की फिल्म 'बॉर्डर 2' साल 2026 में रिलीज़ होने जा रही है और इसका पहला गाना 'घर कब आओगे' का टीज़र अब सामने आ चुका है।
यह गाना 'संदेशे आते हैं' का रीमेक है, जिसमें पुराने इमोशंस के साथ नया संगीत पेश किया गया है। बॉर्डर का यह आइकॉनिक गाना आज भी सुनते ही लोगों की आँखें नम कर देता है, क्योंकि यह गाना केवल एक गाना नहीं, बल्कि सीमा पर तैनात सैनिकों के बलिदान, माँ की ममता और प्रेमिका के प्यार को शब्दों में बुनता है। हालांकि, इसे बनाना अनु मलिक के लिए आसान नहीं था, क्योंकि उस समय वे अपने जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे थे।
गाने में इमोशंस जोड़ने के लिए अनु मलिक को जेपी दत्ता और जावेद अख्तर ने सीमा पर तैनात सैनिकों की तस्वीरें दिखाई, जिससे वे रोने लगे। पहले उनका बनाया प्रेम से भरा गाना अच्छा था, लेकिन उसमें वो गहराई नहीं थी, जो निर्देशक और गीतकार चाहते थे।
उसके बाद, जेपी दत्ता ने उन्हें बर्फ में ढके हुए जवानों की तस्वीरें दिखाई, और अनु मलिक ने ठान लिया कि इस बार वे हर आंसू को धुन में बदल देंगे। इतनी मेहनत के बाद गाना तैयार हुआ।
गाने की लंबाई पहले 11 मिनट थी, लेकिन बाद में इसे साढ़े सात मिनट में पूरा किया गया। जावेद साहब ने इसे अधूरा समझा और गाने में 'गुजरने वाली हवा वाला' का एक पैराग्राफ जोड़ा, जिसमें माँ की ममता और सच्ची दोस्ती के भाव व्यक्त किए गए।
धुन और लिरिक्स के लिए सोनू निगम और रूप सिंह राठौर को चुना गया, जिनका उस समय ज्यादा कोई नाम नहीं था। अनु मलिक ने उनके साथ काम करना चाहा, और उनके सहयोग से 'संदेशे आते हैं' तैयार हुआ। एक महीने से अधिक की मेहनत के बाद यह गाना तैयार हुआ।