क्या उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की पुडुचेरी यात्रा ने 216 परिवारों को खुश किया?
सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति की पहली यात्रा ने 216 परिवारों को घर दिए।
- महाकवि सुब्रमण्य भारती की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
- आवास परियोजना का उद्घाटन स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किया गया।
- उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
- पुडुचेरी का सांस्कृतिक महत्वपूर्णता को उजागर किया गया।
पुडुचेरी, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने पुडुचेरी, केरल और तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचकर पुडुचेरी में अपनी पहली यात्रा का आरंभ किया। उनके आगमन पर भव्य स्वागत हुआ।
उन्होंने पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में अपने पूर्व कार्यकाल को याद करते हुए इस केंद्र शासित प्रदेश को अद्वितीय सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया। सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अरिकामेडु का प्राचीन बंदरगाह भारत के समुद्री संबंधों को दर्शाता है और पुडुचेरी हमेशा एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता रहा है।
उपराष्ट्रपति ने अरबिंदो, मदर मीरा अल्फासा और महाकवि सुब्रमण्य भारती जैसे महान विचारकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस बात पर जोर दिया कि इस धरती पर व्यक्त आध्यात्मिक प्रगति और मानवीय एकता भारत की आगे की यात्रा को प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुडुचेरी स्वतंत्रता सेनानियों के लिए एक सुरक्षित स्थान था।
इस अवसर पर पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर थिरु के. कैलाशनाथन, मुख्यमंत्री थिरु एन. रंगासामी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
इसके बाद, उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एक आवास परियोजना का उद्घाटन किया और पुडुचेरी में 216 नए आवासों की चाबियां लाभार्थियों को सौंपी।
उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की और पुडुचेरी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की।
इसके बाद, उन्होंने भारतियार मेमोरियल में महाकवि सुब्रमण्य भारती की प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह गर्व की बात है कि यह अनावरण उसी धरती पर किया गया जहां महाकवि ने स्वतंत्र विचारों के साथ समय बिताया।
उपराष्ट्रपति 30 दिसंबर को केरल के वर्कला में 93वीं शिवगिरी तीर्थयात्रा में भाग लेंगे और अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।