क्या भारतीय जवानों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत आतंकियों को करारा जवाब दिया?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन महादेव के तहत आतंकियों को समाप्त किया गया।
- उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जवानों की प्रशंसा की।
- यह ऑपरेशन पहलगाम हमले के संदर्भ में था।
- भारतीय सेना ने सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- आतंकियों को पाकिस्तान भागने से रोका गया।
मुंबई, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जम्मू-कश्मीर में आयोजित 'ऑपरेशन महादेव' की सराहना की।
शिंदे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मैं जवानों का अभिनंदन करता हूं। जिन्होंने पहलगाम में भारतीय महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकियों को करारा जवाब दिया है और उन्हें मौत के घाट उतार दिया है। मैं जवानों को धन्यवाद और सम्मान देता हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं प्रधानमंत्री मोदी का भी अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा था कि भारत का दुश्मन दुनिया के किसी कोने में सुरक्षित नहीं रहेगा, और हमारी सेना ने इसे साबित किया है।"
वास्तव में, संसद का मानसून सत्र चल रहा है। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि पहलगाम हमले के पीछे के तीन आतंकवादियों को हमारी भारतीय सेना ने मार गिराया है। उन्होंने बताया कि सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत इन आतंकियों को समाप्त किया है, जिनमें सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान शामिल हैं।
गृह मंत्री ने लोकसभा में बताया कि सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था। ये तीनों आतंकवादी बैसरन घाटी हमले में शामिल थे। पहलगाम हमले के बाद, 23 अप्रैल को एक सुरक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि आतंकवादी पाकिस्तान नहीं जा सकेंगे। इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई और आतंकियों को भागने नहीं दिया गया।