क्या भरूच में नर्मदा का जलस्तर 24 फुट तक पहुंचने से खतरा बढ़ गया है?

सारांश
Key Takeaways
- नर्मदा का जलस्तर 24 फुट तक पहुँच गया है।
- स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
- अगर जलस्तर बढ़ा, तो कई गांवों में बाढ़ का खतरा हो सकता है।
- सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की गई है।
- स्थिति पर प्रशासन की नजर बनी हुई है।
भरूच, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नर्मदा नदी का जलस्तर गोल्डन ब्रिज के पास खतरनाक स्तर 24 फुट तक पहुंच गया है, जो चेतावनी स्तर 22 फुट से अधिक है।
सरदार सरोवर डैम से डाउनस्ट्रीम में 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इस स्थिति को देखते हुए भरूच जिला प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और नदी पार न करने की सलाह दी है।
प्रशासन ने अंकलेश्वर तालुका के सरफुद्दीन, खालपिया, तरीया, धंतुरिया, कांसिया, बोरभाठा बेट, भाठा, सक्कर बोरभाठा और भरूच शहर की गोल्डन ब्रिज झुग्गी बस्ती तथा बहुचराजी ओवाड़ा के निवासियों को विशेष रूप से सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। यदि जलस्तर 24 फुट से और ऊपर जाता है, तो भरूच, अंकलेश्वर और हांसोट तालुका के 14 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
बोरभाठा बेट के सरपंच पंकज पटेल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया, "नर्मदा में 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। अगर जलस्तर और बढ़ा, तो आसपास के गांवों में पानी घुस सकता है। इससे जनजीवन पर असर पड़ सकता है। प्रशासन की टीम ने गांव में आकर लोगों को सतर्क रहने की सूचना दी है। अब देखते हैं कि प्रशासन की तरफ से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं।"
प्रशासन ने लोगों से नदी के किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। गोल्डन ब्रिज क्षेत्र में रहने वाले लोगों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। नर्मदा का बढ़ता जलस्तर चिंता का विषय बना हुआ है और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
लोगों से सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।