क्या भोपाल में बांग्लादेशी युवक की पहचान बदलने की घटना सियासी बवाल बन रही है?

सारांश
Key Takeaways
- भोपाल में बांग्लादेशी युवक का किन्नर बनकर रहना सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
- पीसी शर्मा ने इसे जांच एजेंसियों की नाकामी बताया है।
- पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया है और जांच जारी है।
- विदेशी संदिग्धों का राजधानी में रहना गंभीर सवाल उठाता है।
- कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
भोपाल, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बांग्लादेशी युवक के किन्नर बनकर रहने की घटना ने सियासत को गरमा दिया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह जांच एजेंसियों की नाकामी को दर्शाता है।
तलैया मोहल्ले में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, जो बांग्लादेशी नागरिक बताया जा रहा है। यह व्यक्ति नेहा किन्नर के नाम से रह रहा था। पीसी शर्मा ने इसे जांच एजेंसियों की विफलता बताया और कहा कि भोपाल देश की राजधानी है, जहां कोई बांग्लादेशी व्यक्ति नाम बदलकर रह रहा है, यह सुरक्षा के लिए गंभीर सवाल उठाता है। किन्नर घर-घर जाकर भिक्षा मांगते हैं, ऐसे में न जाने कितने लोग नाम बदलकर रह रहे होंगे। इसलिए इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। यह इंटेलिजेंस से जुड़े अधिकारियों की नाकामी है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार 11 साल से है और राज्य में दो दशक से है। इसके बावजूद, विदेशी संदिग्ध लोग राजधानी में रह रहे हैं, यह चिंताजनक है। उन्होंने पूछा कि इतने सालों की सरकार के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार यह मुद्दा उठाना क्यों पड़ता है।
ज्ञात हो कि भोपाल में एक व्यक्ति, जिसका नाम अब्दुल है, नेहा बनकर किन्नर के रूप में रह रहा था। उसने फर्जी दस्तावेज भी बनवाए थे। वह पहले महाराष्ट्र में रहता था और फिर भोपाल आया। हाल ही में खुफिया एजेंसियों को उसकी अवैध गतिविधियों की जानकारी मिली, जिसके बाद तलैया पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। वह पिछले एक हफ्ते से पुलिस की हिरासत में है और अब केंद्रीय जांच एजेंसी भी मामले की जांच कर रही है।