क्या भोपाल में ड्रग तस्करी, रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोपी की संपत्ति पर चल रहा बुलडोजर?

सारांश
Key Takeaways
- ड्रग तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई।
- मछली परिवार की संपत्तियों का ध्वस्त होना।
- पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई।
- पीड़ितों का समर्थन और न्याय की मांग।
- मुख्यमंत्री के सख्त रवैए का असर।
भोपाल 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की राजधानी में ड्रग तस्करी और अन्य अवैध गतिविधियों के माध्यम से अपना साम्राज्य स्थापित करने वाले मछली परिवार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उनकी कोकता क्षेत्र में स्थित भव्य कोठी पर सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच बुलडोजर चलाया जा रहा है।
हाल ही में, राजधानी में ट्रक तस्करी और महाविद्यालय की छात्राओं से रेप एवं उन्हें ब्लैकमेल करने के आरोप में मछली परिवार के दो सदस्यों, यासीन और शाहवर मछली, को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद इसी परिवार के शारिक मछली को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस और जिला प्रशासन की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इस परिवार ने अवैध तरीके से कई करोड़ की संपत्ति बना रखी है। इस परिवार के खिलाफ कई मामले सामने आए हैं और कई पीड़ित भी आगे आए हैं। प्रशासन ने इस परिवार की अवैध संपत्तियों की जानकारी जुटाई और कार्रवाई शुरू की।
इसी क्रम में, गुरुवार को कोकता क्षेत्र में स्थित करोड़ों की हवेली को बुलडोजर और जेसीबी मशीनों की सहायता से गिराया जा रहा है। यह हवेली लगभग 10,000 वर्ग फीट में फैली हुई है और इसके चारों ओर सुंदर बगीचे हैं। कोकता क्षेत्र की हवेली को गिराने से पहले सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे क्योंकि कुछ निवासी इस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे।
लगभग 500 पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाया। इसके बाद प्रशासन ने हवेली में रखे सामान को ट्रकों में रखा और फिर बुलडोजर और जेसीबी चलाई गई। इस कार्रवाई के दौरान कई ऐसे लोग भी पहुंचे जो मछली परिवार के पीड़ित थे।
एक व्यक्ति ने तिरंगा झंडा लहराते हुए आरोप लगाया कि मछली परिवार ने उसे पहले प्रताड़ित किया था और वसूली की थी, यहां तक कि उसे जेल भी भिजवाया था। जब उसने शिकायत की, तो पुलिस कार्रवाई के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन मुख्यमंत्री मोहन यादव के सख्त रवैए के कारण अब मछली परिवार पर कार्रवाई हो रही है।
इससे पहले भी जिला प्रशासन ने मछली परिवार की तीन बड़ी संपत्तियों पर कार्रवाई की थी। 30 जुलाई को अवैध रूप से बने फार्महाउस, वेयरहाउस, मकान आदि को ध्वस्त किया गया था।