क्या भूपेश बघेल का भाजपा पर हमला वाराणसी के हालात को उजागर करता है?

सारांश
Key Takeaways
- भूपेश बघेल ने वाराणसी में भाजपा सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।
- बुलडोजर कार्रवाई के चलते लोगों के घरों को तोड़ने की घटनाएँ बढ़ी हैं।
- कामरेड ऊदल की पुण्यतिथि पर उनकी संघर्षों को याद किया गया।
- प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे पर गंभीर सवाल उठाए गए।
- जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
वाराणसी, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भाजपा सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा प्रहार किया। उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां लोगों के घरों को तोड़ा जा रहा है। जो लोग वर्षों से यहाँ रह रहे हैं, उन्हें बेघर किया जा रहा है। यहाँ के लोग अत्यधिक दुखी हैं; यदि वाराणसी का यह हाल है, तो पूरे देश में क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के विदेशी दौरे पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब संकट के समय में पड़ोसी देश हमारे साथ खड़े नहीं होते, तो ऐसे दौरों का क्या महत्व रह जाता है।
भूपेश बघेल रविवार को वाराणसी के कोलअसला विधानसभा क्षेत्र में नौ बार विधायक रहे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता कामरेड ऊदल की 20वीं पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। यहाँ उन्होंने एक किताब का विमोचन भी किया।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं स्वर्गीय उदल जी की 20वीं पुण्यतिथि पर यहाँ आया हूँ। उन्होंने हमेशा गरीबों और किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। वह एक विनम्र व्यक्ति थे, जिन्होंने हमें प्रेरित किया। 9 बार विधायक रहना कोई साधारण बात नहीं है। उन्होंने हमेशा जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया जिसमें लिखा गया, “वाराणसी की कोलअसला विधानसभा क्षेत्र से नौ बार विधायक रहे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता कामरेड ऊदल जी की पुण्यतिथि के अवसर पर एक भावभीनी श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर कामरेड ऊदल जी के जीवन और संघर्षों पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया गया, जो उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर करती है। इस दौरान राजेश तिवारी ने कामरेड ऊदल जी के राजनीतिक योगदान को स्मरण किया।