क्या भुवनेश्वर में कांग्रेस नेता भक्त चरण दास ने नुआपाड़ा उपचुनाव और बिहार चुनाव में वोट चोरी का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- भक्त चरण दास ने वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं।
- कांग्रेस ने नुआपाड़ा चुनाव में अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश की है।
- भाजपा और बीजेडी पर भीड़ प्रबंधन के आरोप लगे हैं।
भुवनेश्वर, १६ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने भाजपा और बीजेडी पर बिहार चुनाव और नुआपाड़ा उपचुनाव में वोट चोरी का आरोप लगाया।
दास ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि नुआपाड़ा उपचुनाव से पहले संगठन को जमीन पर खड़ा करना पड़ा। नुआपाड़ा में हमारा संगठन उतना मजबूत नहीं था। मैं पहले कभी अपने संसदीय क्षेत्र नहीं गया था। मुझे संगठन से दूर रखा गया। हमने गांव-गांव जाकर सभाएं कीं, जहां ५०० से ३,००० लोगों तक की भीड़ जुटी। नॉमिनेशन के दिन १२,००० से ज्यादा लोग हमारे साथ जुड़े। यह सबसे बड़ा जनसमर्थन था।
भक्त चरण दास ने आरोप लगाया कि भाजपा और बीजेडी की रैलियों में भीड़ नहीं दिखती थी। दोनों पार्टियां भीड़ को मैनेज करके लाती थीं, लेकिन लोग बीच में ही बाहर निकल जाते थे। आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री की रैली में आधी सीटें खाली रहीं, फिर भी वोट इतने कैसे पड़ गए? यह साफ-साफ वोट चोरी या वोट की लूट है।
उन्होंने कहा कि हम तीसरे स्थान से दूसरे स्थान पर आए, यह हमारी मेहनत का नतीजा है।
दास ने बताया कि कांग्रेस के पास संसाधनों और जनशक्ति की भारी कमी थी, लेकिन मेहनत के दम पर हम तीसरे नंबर से दूसरे नंबर पर आए और बीजेडी को पीछे छोड़ दिया। आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन होगा।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने भाजपा पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में कड़ी मेहनत की, लेकिन परिणाम मेहनत के अनुरूप नहीं आए। इसका मतलब साफ है कि वोट चोरी लूट में बदल गई है। भाजपा को हर हाल में जीत चाहिए, चाहे इसके लिए लोकतंत्र को मजाक ही क्यों न बनाना पड़े।