क्या बिहार बंद में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की योजना सफल रही?

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क्या बिहार बंद में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की योजना सफल रही?

सारांश

बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने बिहार बंद को असफल बताते हुए विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे बिना मुद्दों के जनता को परेशान कर रहे हैं। जानिए इस विवादास्पद बंद का सच और जनता की प्रतिक्रियाएं।

Key Takeaways

  • बीजेपी ने बिहार बंद को असफल करार दिया है।
  • विपक्ष पर जनता को परेशान करने का आरोप।
  • राजद और कांग्रेस की रणनीति पर सवाल उठाए गए।
  • बिहार की जनता विकास चाहती है।
  • प्रशासन ने शांति को बनाए रखने का आश्वासन दिया।

पटना, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा आयोजित बिहार बंद को पूरी तरह असफल करार दिया है। समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे बिहार को बदनाम करने और जनता को बिना किसी ठोस मुद्दे के परेशान कर रहे हैं।

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर रेल रोक रहे हैं, स्कूल बसों और एम्बुलेंस को रोक रहे हैं, और कई स्थानों पर आगजनी जैसी घटनाएं कर रहे हैं। उनके अनुसार, विपक्ष के पास न तो बिहार सरकार के खिलाफ कोई मुद्दा है और न ही केंद्र सरकार के खिलाफ। महागठबंधन को आगामी चुनाव में हार का डर सता रहा है, इसलिए वे चुनाव आयोग को निशाना बना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विपक्ष ने चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के सत्यापन को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया है और बिहार बंद बुलाकर जनता को परेशान कर रहा है। शाहनवाज ने इसे 'सॉफ्ट टारगेट' बनाने की रणनीति बताया और कहा कि बिहार की जनता इस बंद के साथ नहीं है। राजद और कांग्रेस मुस्लिम वोटरों को डराने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका नाम मतदाता सूची से काटा जा रहा है। इससे पहले भी विपक्ष ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर मुस्लिम समुदाय को डराया था कि उनकी नागरिकता छीनी जाएगी, जबकि वह कानून नागरिकता देने वाला था। अब वोटर लिस्ट से नाम कटने का डर दिखाकर मुस्लिम और गरीब समुदाय को गुमराह किया जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि एक भी मुस्लिम ने उनसे यह नहीं कहा कि उनका वोट छीना जा रहा है। बिहार बंद के नाम पर विपक्ष केवल डाक बंगला चौराहे पर फोटो खिंचवाने और शोर मचाने तक सीमित है। जनता विकास चाहती है और विपक्ष की इस गुंडागर्दी का समर्थन नहीं कर रही। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की लोकप्रियता से विपक्ष घबराया हुआ है।

उन्होंने चेतावनी दी कि बिहार में शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और प्रशासन स्थिति पर नियंत्रण रखे हुए है। उन्होंने बिहार की जनता से विपक्ष के इस बंद का विरोध करने और विकास के रास्ते पर चलने की अपील की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार बंद में जनता की भागीदारी सीमित रही है। विपक्ष के तर्कों का वजन कम होता जा रहा है, और जनता विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहती है। यह स्थिति आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

क्या बिहार बंद वास्तव में सफल रहा?
नहीं, बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के अनुसार, बिहार बंद पूरी तरह असफल रहा है।
बिहार बंद का मुख्य उद्देश्य क्या था?
बिहार बंद का मुख्य उद्देश्य जनता को बिना ठोस मुद्दों के परेशान करना बताया गया है।
विपक्ष ने किस मुद्दे पर बंद बुलाया?
विपक्ष ने चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के सत्यापन के मुद्दे पर बिहार बंद बुलाया।
क्या बिहार की जनता विपक्ष के साथ है?
बीजेपी प्रवक्ता के अनुसार, बिहार की जनता इस बंद के साथ नहीं है।
बिहार बंद पर प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया है?
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।