क्या बिहार चुनाव के रुझानों से मतदाताओं की जीत साबित होती है?
सारांश
Key Takeaways
- मतदाता की जीत का मतलब है विकास की प्राथमिकता।
- एनडीए को मिली भारी बहुमत से उत्साह बढ़ा है।
- सभी दल मिलकर अगला मुख्यमंत्री तय करेंगे।
पटना, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शुक्रवार को बिहार के मतदाताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जनता ने डबल इंजन की सरकार पर वोट की मुहर लगाई।
243 विधानसभा सीटों पर हुए दो चरण के मतदान के बाद चुनाव आयोग ने शुक्रवार को शुरुआती रुझान जारी किए। इन रुझानों में एनडीए को 200 से अधिक सीट मिलने का अनुमान है। इस भारी बहुमत से एनडीए के खेमे में जोश और उमंग का संचार देखने को मिल रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "मैं बिहार के मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं। बिहार के मतदाताओं ने प्रदेश में कानून के राज में हुए विकास और पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा डबल इंजन सरकार के माध्यम से बिहार की प्रगति में दिए गए योगदान को अपना आशीर्वाद दिया है। मैं एक बार फिर से मतदाताओं को धन्यवाद करता हूं।"
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "यह आशा की जीत है, विश्वास की जीत है और बिहार को और आगे ले जाने की जीत है। जिन लोगों ने गुमराह करने का प्रयास किया, उन्हें जनता ने नकार दिया है। जनता ने विकास के नाम पर एनडीए को वोट किया। सीएम नीतीश कुमार ने जो काम किया है, यह रुझान उस विकास पर मिला है। इस जीत के लिए बिहार के मतदाताओं को दिल से आभार।"
यूपी सरकार में मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा, "समाजवादी पार्टी की आंखें अभी भी नहीं खुली हैं। बिहार में जो नतीजे देखने को मिले हैं, वही नतीजे पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिलेंगे। उत्तर प्रदेश में भी वही नतीजे देखने को मिलेंगे। ऐसा इसलिए है, क्योंकि चुनाव में जनता वोट देती है। जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए सरकार पर अपना पूरा भरोसा और पूरा समर्थन दिया है।"
भाजपा नेता प्रेम कुमार ने कहा, "एनडीए में पांच दलों का गठबंधन है और वे मिलकर तय करेंगे कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। सभी दल मिलकर इसे अंतिम रूप देंगे और हम उस फैसले का स्वागत करेंगे।"