क्या बिहार अब बदलाव चाहता है? पवन खेड़ा का बयान
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में बदलाव की आवश्यकता है।
- बढ़ता मतदान प्रतिशत सकारात्मक संकेत है।
- राहुल गांधी का वोटर लिस्ट घोटाले पर ध्यान आकर्षित करना।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
- सीएम नीतीश कुमार और भाजपा के बीच संबंधों में खटास।
पटना, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान हुए मतदान और एसआईआर पर अपने विचार साझा किए। उनका कहना है कि बिहार में अब बदलाव की आवश्यकता है, और मतदान प्रतिशत भी इसी ओर इशारा कर रहा है।
पवन खेड़ा ने कहा कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि इस बात का संकेत है कि लोगों को डर था कि 'वोट चोर' कुछ भी कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने बड़े पैमाने पर विपक्ष के पक्ष में मतदान किया।
उन्होंने कहा कि यह एसआईआर का प्रभाव है। राकेश सिन्हा, संतोष ओझा, और मनोज कुमार मिश्रा जैसे लोग दिल्ली में वोट डालते हैं, लेकिन उनका नाम बिहार में भी पाया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पहले कहा था कि राहुल गांधी ने देश को दिखाया है कि किस प्रकार वोटर लिस्ट में घोटाला हो रहा है। चुनाव आयोग भी इस मामले में शामिल है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में चोरी की सरकार चल रही है। भाजपा और चुनाव आयोग बिहार में भी 'वोट चोरी' करने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए। हमें बिहार में 'वोट चोरी' नहीं होने देनी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये लोग हमारे लोकतंत्र और संविधान के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने यह बात दिसंबर 2023 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही थी।
वहीं, अमित शाह ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हैं।
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर ये लोग अवसरवादी हैं, जो सिर्फ अपना फायदा और कुर्सी देखते हैं, इसलिए हमें इन लोगों को सत्ता से हटाना होगा, वरना हमारा भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी जनता से मिलते हैं और उनके बीच जाते हैं। हाल ही में उन्होंने मुकेश सहनी के साथ मछुआरा भाइयों से मुलाकात की और उनसे संवाद किया। राहुल गांधी जैसा उदाहरण देश में और कहीं नहीं है।