क्या बिहार चुनाव में राजद ने कई मतदान केंद्रों पर गड़बड़ी के आरोप लगाए?
सारांश
Key Takeaways
- राजद ने मतदान में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं।
- साहेबगंज और मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्रों में समस्याएं सामने आई हैं।
- चुनाव आयोग ने आरोपों को खारिज किया है।
- मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने की आवश्यकता है।
- बिजली कटौती के आरोप भी लगाए गए हैं।
पटना, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार की 121 विधानसभा सीटों के लिए चल रहे मतदान के दौरान 'स्लो वोटिंग' कराने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि जानबूझकर 'स्लो वोटिंग' कराई जा रही है। राजद ने साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग के दौरान गड़बड़ी के भी आरोप लगाए हैं।
राजद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "प्रथम चरण की वोटिंग के दौरान महागठबंधन के मजबूत बूथों पर धीमा मतदान सुनिश्चित करने के लिए बीच-बीच में बिजली काटी जा रही है। जानबूझकर स्लो वोटिंग कराई जा रही है।"
एक अन्य पोस्ट में, राजद ने आरोप लगाया, "मोहिउद्दीननगर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 106, 107 और 108 पर पुलिसकर्मी मतदाताओं को बेरहमी से पीट रहे हैं और धमका रहे हैं।"
राजद ने साहेबगंज विधानसभा का उल्लेख करते हुए लिखा, "साहेबगंज-98 विधानसभा के बूथ संख्या 147 पर जब वोटर पहुंचते हैं, तो उन्हें बताया जा रहा है कि उनका वोट गिर गया है।"
राजद ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाते हुए कहा, "संविधान का ऐसा भद्दा मजाक नहीं बनाया जाए।" पार्टी ने चुनाव आयोग से इन घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की भी मांग की।
इसके अलावा, राजद की प्रवक्ता प्रियंका भारती ने कहा कि दानापुर में मतदाताओं को वोट देने से रोका जा रहा है। उन्होंने लिखा, "मतदाताओं का आरोप है कि पुलिस नाव को बूथ पर नहीं जाने दे रही है। चुनाव आयोग क्या इस मामले का संज्ञान लेकर अपनी निष्पक्षता दिखाएगी?"
हालांकि, राजद के आरोपों पर चुनाव आयोग ने जवाब दिया। आयोग ने 'स्लो मतदान' को लेकर कहा, "यह आरोप पूरी तरह निराधार और भ्रामक है। बिहार में सभी मतदान केंद्रों पर मतदान सुचारू रूप से चल रहा है। भारत निर्वाचन आयोग मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और निर्बाध बनाने के लिए सभी मानक प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है।"