क्या बिहार चुनाव में झूठ और फरेब की बातों से मुद्दा सृजन कर रहा है विपक्ष?
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष द्वारा तथ्यहीन आरोपों का प्रचलन
- महिला रोजगार योजना का महत्व
- राजनीति में झूठ और फरेब का प्रभाव
- मुख्यमंत्री की योजनाओं की सच्चाई
- वोट चोरी का निराधार आरोप
पटना, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले सोमवार को कहा कि इस चुनाव में एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि विपक्ष तथ्यहीन आरोपों के आधार पर जनता के बीच मुद्दे उठाता रहा है। ढिठाई ऐसी कि सारी बातें गलत साबित होने के बावजूद बार-बार उन पर जोर दिया गया।
पटना में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि इस चुनाव में विपक्ष ने झूठ और फरेब की बातें फैलाईं। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर उन्होंने कहा कि विपक्ष शुरू से ही झूठ फैलाता रहा कि यह राशि वापस ले ली जाएगी। पूरे महागठबंधन के लोग झूठ बोलते हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह योजना सहायता प्रदान करने के लिए है। वापस वाली योजना कर्ज योजना या लोन की योजना कहलाती है। इसका उद्देश्य महिलाओं को रोजगार देकर उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना है। इस योजना के समान कोई दूसरी योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुरुषों में भी इस योजना को लेकर खुशी है और वे मानते हैं कि इससे परिवार को लाभ होगा। इसके बारे में कई अफवाहें फैलाई गई थीं। मुख्यमंत्री ने बार-बार कहा है कि यह पैसा वापस नहीं होगा, और जीविका दीदियों को इस बात की पूरी समझ है।
बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि इसमें दो लाख रुपए और देने की योजना है और शेष महिलाओं को दस हजार रुपए दिए जाने हैं। उन्होंने एसआईआर का उल्लेख करते हुए कहा कि विपक्ष आज भी वोट चोरी की बातें कर रहा है, लेकिन वे यह नहीं बता पा रहे हैं कि किसका वोट चोरी हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि लगातार झूठ बोलने के बावजूद विपक्ष अब तक एक मिसाल भी नहीं दे सका है कि किसका वोट चोरी हुआ। उन्होंने कहा कि विपक्ष इन झूठी बातों से मुद्दा सृजन की कोशिश कर रहा है और चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगले दो-चार दिन में चुनाव आयोग पर हमले बढ़ेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूरे बिहार में 20 साल के शासनकाल के बाद भी सरकार के खिलाफ कोई एक शब्द भी विरोध में नहीं बोला गया। यह राजनीति के इतिहास की पहली घटना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।